नोबेल पुरस्कार विजेता को देश के आधिकारिक गुप्त कानूनों का उल्लंघन करने सहित कई आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। अगर उन सभी को दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें 100 साल से अधिक की जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
जुंटा के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन टुन ने फैसले और सजा की पुष्टि की है। बताया कि सू की को नजरबंद रखा जाएगा जबकि उनके खिलाफ अन्य मामले आगे बढ़ेंगे।
76 वर्षीय सू की के खिलाफ कई मुकदमे चल रहे हैं, इनमें से ही एक में उन्हें यह सजा सुनाई गई है। बीते साल नवंबर में चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में सू की की मौजूदगी और उसमें बड़ी संख्या में समर्थकों के जुटने को लेकर उनके खिलाफ केस चल रहा था।