ग्लोबल रेगुलेटर्स को चिंता है कि प्राइवेट करेंसीज (Private Cryptocurrencies) में तेजी फाइनेंशियल वित्तीय और मॉनेटरी सिस्टम के उनके नियंत्रण को कमजोर कर सकती है, सिस्टमैटिक रिस्क को बढ़ा सकती है, फाइनेंशियल क्राइम को बढ़ावा दे सकती है। साथ ही निवेशकों को मोटा नुकसान पहुंचा सकती है।