16 अगस्त बुधवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से चर नाम का योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:31 से 02:07 तक रहेगा।
15 अगस्त मंगलवार को सावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और अमावस्या का संयोग बन रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 03:43 से शाम 05:19 तक रहेगा।
14 अगस्त सोमवार को पहले धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा। इसके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:42 से 09:18 तक रहेगा।
13 अगस्त, रविवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से ध्वजा नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 05:21 से 06:57 तक रहेगा।
12 अगस्त, शनिवार को परमा एकादशी का व्रत किया जाएगा। ये एकादशी 3 साल में एक बार आती है। शनिवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
11 अगस्त शुक्रवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन चंद्रमा वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा।
10 अगस्त 2023, दिन गुरुवार को रोहिणी नक्षत्र होने से उत्पात नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:09 से 03:45 तक रहेगा।
9 अगस्त, बुधवार को श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि रहेगी। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। चंद्रमा मेष से निकलकर वृषभ में प्रवेश करेगा।
8 अगस्त, मंगलवार को भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 03:46 से 05:23 तक रहेगा।
7 अगस्त 2023, दिन सोमवार को श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पूरे दिन रहेगी। सोमवार को अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग बनेगा। राहुकाल शाम 07:40 से 09:18 तक रहेगा।