बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर आरजेडी अध्यक्ष ने पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पंजाब में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शनिवार सुबह जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि चौधरी को हार्ट अटैक आया था। अब संतोख सिंह के विधायक बेटे विक्रमजीत चौधरी ने बड़ा खुलाया किया है
बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ गंगरेप समेत गंभीर आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राजस्थान में कांग्रेस विधायक ने भाजपा के सांसद के खिलाफ विवादित बयान दे दिया। पूरा मामला एक गैंगस्टर के ऊपर फायरिंग के बाद उपजा था। प्रदेश के अलवर जिले में पिछले 3 दिन से चल रहा है बवाल। पढ़िए क्या कुछ कहा एमएलए ने अपने बयान में।
गाजियाबाद के लोनी से विधायक गुर्जर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में है। विधायक ने जनता से कहा कि कोई फर्जी व्यक्ति अगर आपके घर में जबरन घुसने की कोशिश करता है तो उसकी हत्या कर दो। अगर आप हत्या करने में सक्षम नहीं हो तो उन्हे बुला लो वह हत्या कर देंगे।
कांग्रेस पार्टी राजस्थान में CM अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के विवाद को सुलझाने में लगी हुई है। इसी के चलते सितंबर महीने में जिन MLAs ने अपने इस्तीफे दे दिए थे, इसको वापस लेने के आदेश पार्टी के नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह ने दे दिए है।
रामपुर से दो बार सांसद रहीं जया प्रदा को न्यायालय में हाजिर होने के आदेश दिए गए हैं। एमपी एमएलए कोर्ट ने उन्हें कई बार न्यायालय में हाजिर नहीं होने के चलते यह आदेश दिए हैं। जया प्रदा को हाजिर कराने के लिए अदालत ने एसपी रामपुर को खत लिखकर आदेश दिए हैं।
इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 12 पूर्व विधायक मैदान में थे। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हार्दिक पटेल और पूर्व विधायक मोहन सिंह राठवा के बेटे राजेंद्र सिंह ने भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा के जबर्दस्त प्रदर्शन से राजनीतिक पंडित भी चौंके हैं। भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 सीटों में से रिकॉर्ड 156 सीटों पर जीत दर्ज की है। सबसे मजेदार भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस के अधिकांश पूर्व नेता चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में 1967 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में एक भी महिला उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सकी थी। हालांकि, 1972 के चुनाव में महिला विधायकों का खाता खुला। इस बार चार विधायक सीधे विधानसभा पहुंची थीं।