Nagaland firing: मेजर को जान से मारना चाहती थी भीड़; हिंसा के विरोध में सोम बंद; सेना ने कहा-नहीं छुपाए शव
Dec 07 2021, 08:17 AM ISTकोहिमा. 4 दिसंबर को नागालैंड में (Nagaland Firing) सुरक्षाबलों की फायरिंग में हुई 14 लोगों (जिसे 17 बताया गया था, हालांकि बाद में खारिज कर दिया था) की मौत का मामला गर्माया हुआ है। इस मामले को लेकर 7 दिसंबर को कोन्याक छात्र संघ(Konyak Students Union) ने सोम बंद रखा है। यह वही जगह है, जहां 21 पैरा मिलिट्री के जवानों ने फायरिंग की थी। इस बीच गलत ऑपरेशन में मारे गए मजदूरों के मामले में पैरा SF कमांडोज के भागने और शवों को छुपाने के आरोपों को सेना ने खारिज कर दिया गया है। पैरा-एसएफ की 21 यूनिट (21 पैरा) की टीम गलत ऑपरेशन के बाद भी घटनास्थल पर करीब 2-3 घंटे तक वहां मौजूद रही थी। ऑपरेशन को लीड क रहे मेजर खुद भीड़ के हमले में घायल हुए। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। कांग्रेस (Congress) ने अपने 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को ओटिंग का दौरा करने भेज रही है।इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने संज्ञान लिया है। मानवाधिकार आयोग ने केंद्रीय रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, नागालैंड को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।