प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने कि शुरुआत में हम क्रांतिकारी कदमों के जरिए तुरंत बदलाव लाना चाहते थे, लेकिन बाद में हमें एहसास हुआ कि हमारी व्यवस्था इस बदलाव को सहने में असमर्थ है। सरकार और मंत्रालयों ने मनचाहे नतीजे नहीं दिए हैं।
रविवार को खैबर पख्तूनख्वा के 17 जिलों में वोटिंग हुई थी। प्रांत में छह साल के अंतराल के बाद यहां चुनाव कराये गए।
आतंकी हमले 2014 में पेशावर में मारे गए 132 बच्चों को न्याय दिलाने की बजाय आतंकवादियों के पक्ष में खड़े होने पर कोर्ट ने सुनाई खरीखोटी