Shani Rashifal 2023: शनिदेव की पूजा में अक्सर काली और नीली चीजों का ही उपयोग किया जाता है जैसे काले तिल, काली उड़द, नीले फूल आदि। धर्म ग्रंथों में शनिदेव का रंग भी नीला बताया गया है। इसलिए उन्हें इस तरह की चीजें चढ़ाने की परंपरा है।
Shani Rashifal 2023:धर्म ग्रंथों में शनिदेव को कर्म फल दाता कहा गया है यानी हर व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार, शनिदेव ही फल प्रदान करते हैं। जब किसी व्यक्ति पर शनि की ढय्या और साढ़ेसाती का प्रभाव होता है, उसे अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Shani Rashifal 2023:शनिदेव की पूजा से हर तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। इसलिए प्रत्येक शनिवार को शनिदेव की पूजा और मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। शनिदेव की कृपा पाने के लिए नीलम रत्न धारण करना चाहिए।
Shani Rashifal 2023: धर्म ग्रंथों में शनिदेव के परिवार के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया है। इसके अनुसार, सूर्य की पत्नी संध्या की छाया से शनिदेव का जन्म हुआ था। यमराज, यमुना, भद्रा और अश्विनी कुमार ये सभी शनिदेव के भाई-बहन हैं।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिष शास्त्र में शनि के अनेक नाम बताए गए हैं जैसे मन्दगामी, सूर्य-पुत्र, शनिश्चर और छायापुत्र आदि। इन सभी नामों से शनिदेव की पूजा की जाती है। शनि के नक्षत्र हैं पुष्य, अनुराधा और उत्तराभाद्रपद।
Shani Rashifal 2023: शनिदेव का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि शनिदेव हमेशा अशुभ फल ही प्रदान करते हैं। जो लोग अच्छे काम करते हैं और दूसरों की भलाई करते हैं। शनिदेव सदैव उन पर प्रसन्न रहते हैं।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्यायाधीश कहा गया है यानी हर प्राणी को उसके अच्छे-बुरे कर्मों का फल शनिदेव द्वारा ही प्राप्त होता है। जब ये ग्रह शुभ स्थिति में हो तो शुभ और अशुभ स्थिति में होता है तो अशुभ फल प्रदान करता है।