सपने सभी लोग देखते हैं। कुछ सपने हमें याद रह जाते हैं तो कुछ हम सुबह उठते ही भूल जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि ये सपने हमारे दैनिक जीवन में हो चुकी घटनाओं का ही प्रतिबिंब होता है या फिर हम जो सोचते हैं कभी-कभी वही चीजें हमें सपने में दिखाई देती हैं।
सपनों की अपनी एक अलग ही दुनिया है। कुछ लोग सपनों को मन का वहम मानते हैं लेकिन हिंदू धर्म में इसे भविष्य में होने वाली घटनाओं से जोड़कर देखा जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं ज्योतिष शास्त्र में इससे संबंधित एक अलग शाखा भी है, जिसे स्वप्न शास्त्र कहते हैं।