बिहार राज्य में अच्छी बरसात के लिए वहां लोग अलग अलग तरह के तरीके अपना रहे है। इसी तरह की एक परंपरा बुधवार 20 जुलाई के दिन देखने को मिली जहां गांव के लोगों ने मिलकर मैढ़क और मैढ़की की शादी कराई ताकि राज्य में अच्छी बारिश हो सके।
एक शादी ऐसी भी जिसमें माता-पिता की बारात जोधपुर के महिला पुलिस थाने में से निकली और पुलिसवालों ने जयमाला कराई, उनके बच्चों ने अपने मम्मी पापा की मैरिज में जमकर ठुमके मारे। थाने में बजा बैंड.- बाजा और थाने में ही हुई शादी..
लिव-इन में रहने के दौरान तीनों प्रेमिकाओं से उसके छह बच्चे भी हुए। इस शादी में बच्चे काफी खुश नजर आए। उन्होंने खूब डांस किया और मम्मी-पापा को दूल्हा बना देख उछलते रहे। शादी में गांव के भी लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। मेहमानों के लिए बकायदा निमंत्रण कार्ड भी छपवाया गया था।
दूल्हे की इस हरकत से लड़की का पूरा परिवार नाराज था। इसी के चलते उसकी पहले पिटाई की गई और फिर बिना नाश्ता कराए, खाना खिलाए ही उसको और उसके दोस्तों को भगा दिया गया। इसके बाद पूरी बारात वापस लौट गई।
दुल्हन के परिजन ने बताया कि पीएम के कैशलेश इंडिया से प्रभावित होकर हम लोगों ने गिफ्ट और नेग का पैसा ऑनलाइन लिया है। इससे न कैश लेकर चलने की जरुरत पड़ी और ना ही किसी तरह की हिसाब-किताब की परेशानी हुई।
राजस्थान के झुंझुनूं से एक ऐसा शानदार मामला सामने आया है, जिससे हर किसी को एक सीख मिलती है और दहेज के लोभियों के मुहं पर करारा तमाचा है। यहां एक सास ने ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी तारीफ हर कोई करते नहीं थक रहा है।
एक युवती की शादी (Wedding Ceremony) होने वाली है। वेडिंग पार्टी (Wedding Party) में शामिल होने के लिए वह अपने भाई से ऐसी चीज छोड़ने को कहती है, जिस वह नहीं छोड़ना चाहता। इस बात से बहन नाराज है। भाई ने सोशल साइट (Social Media) पर अपनी परेशानी शेयर करते हुए लोगों से पूछा कि उसे क्या करना चाहिए। पढ़िए लोगों ने क्या-क्या सलाह दी।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक शादी के तत्काल बाद तलाक मांगने की यह घटना चीन के दक्षिण पश्चिमी युन्नान प्रांत की है।
यह शादी हमीरपुर जिले के धमरोल गांव में हुई है, इलाके के लोग इस अनोखी शादी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। यहां निर्मल शर्मा अपनी शादी में खुद कार चलाकर दुल्हन के घर पपलोह पहुंचा हुआ था। खास बात यह थी कि इस शादी में दूल्हा-दूल्हन और पंडित के अलावा कोई चौथा शख्स मौजूद नहीं था।
देवली अरब निवासी अशोक मालव के एक बेटे पंकज सीए हैं तो दूसरे ललित किसान। अशोक मालव का कहना है कि उनके पिता मदनलाल रेलवे अधिकारी थे। वर्ष 1995 में उनका निधन हो गया। मेरी मां काली बाई करीब 100 साल की हो गई हैं तो उनकी इच्छा पूरी करने के लिए दोनों दुल्हनों की विदाई हेलीकॉप्टर से कराई जाए। जिसे उन्होंने अपने बेटों बताई तो वे दादी की इच्छा पूरी करने की बात करने लगे।