इस बार 25 जनवरी, शनिवार से माघ मास की गुप्त नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है। धर्म ग्रंथों के एक साल में 4 नवरात्रि होती है। ये चारों नवरात्रि ऋतुओं के संधिकाल में आती हैं। इनमें से माघ और आषाढ़ मास की नवरात्रि गुप्त होती है।
माघ मास के शुक्ल पक्ष में गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। इन नौ दिनों में तंत्र-मंत्र से देवी मां को प्रसन्न किया जाता है।
इस बार 29 सितंबर से शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो रहा है। ये हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है।
शुक्रवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन पहले चित्रा नक्षत्र होने से मूसल और उसके बाद स्वाती नक्षत्र होने से गद नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 शुभ योग भी बन रहे हैं।
बुधवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से वर्धमान और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ बन रहे हैं।
30 जून 2022, दिन गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। गुरुवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।