आयोग ने कहा है कि पढ़ाई के कारण बहुत से छात्र अभी भी वहां पर फंसे हुए हैं। ऐसे में वहां एडमिशन लेने से पहले एक बार विचार कर लें।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे। बेहद गुप्त तरीके से उनकी यात्रा के शेड्यूल को रखा गया था। दिल्ली पहुंचने के पहले तक उनकी यात्रा के संबंध में कोई अधिकारिक जानकारी शेयर नहीं की गई थी। वांग ने अफगानिस्तान से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी।
Boing 737 Crash In China : चीन में बोइंग 737 विमान हादसे के बाद एक बार फिर इस विमान पर सवाल उठने लगे हैं। 10 मार्च 2019 को इथियोपियन एयरलाइसं के विमान के क्रैश होने से 154 यात्रियों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद बोइंग 737 विमानों की उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी।
चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (China Eastern Airlines) का एक विमान बोइंग 737 (Boeing 737) सोमवार को क्रैश हो गया। विमान में 133 पैसेंजर्स थे। विमान कुनमिंग से ग्वांगझू (Kunming to Guangzhou) जा रहा था।
चीन में बड़ा विमान हादसा (China plane crash) हुआ है। चीन की सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी चीन में 132 लोगों को लेकर उड़ान भर रहा विमान पहाड़ी इलाके में क्रैश हो गया।
भारत और जापान के बीच चीन को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही दोनों देशों ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के चलते यूक्रेन में परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा पर जोर दिया।
गुटेरेस ने कहा कि महिलाओं और बच्चों सहित अनगिनत निर्दोष लोग मारे गए हैं। रूसी बलों की चपेट में आने के बाद, सड़कें, हवाई अड्डे और स्कूल खंडहर में पड़े हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कम से कम 24 स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमला हुआ है।
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट (US department of State) के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने कहा कि हम बहुत करीब से देख रहे हैं कि चीन या कोई अन्य देश किस हद तक सहायता प्रदान करता है। यह सहायता चाहे वह रूस को भौतिक, आर्थिक या वित्तीय सहायता हो।
Indian Evacuation Operation : दुनियाभर को दादागीरी की धौंस जमाने वाले अमेरिका ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने से हाथ खड़े कर दिए। चीन भी कुछ नहीं कर सका। उसकी पहली फ्लाइट आज यूक्रेन से नागरिकों को लेकर लौटी, लेकिन यदि भारत सरकार का निकासी अभियान देखें तो यह अमेरिका, ब्रिटेन और चीन जैसे देशें से बहुत आगे है। अब तक 50 से ज्यादा उड़ानों के जरिये हजारों लोगों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से वापस लाया जा चुका है।
UN Human Rights Council Voting news : यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र में कई बार रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव आ चुका है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) भी इस तरह के प्रस्ताव लाए हैं। हालांकि, भारत का रुख रूस के प्रति तटस्थ रहा है। कई एशियाई और अफ्रीकी देश भी इस मामले में मिलाजुला रुख अपना रहे हैं।