प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान लगातार शहबाज शरीफ सरकार पर हमलावर हैं। वह अपने अविश्वास प्रस्ताव में अमेरिकी साजिश व विदेशी धन के इस्तेमाल का आरोप लगाए थे। अब इमरान खान चुनाव कराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच एक बार फिर धांधली की आशंका जताई है। उन्होंने चुनाव आयोग के जवाब-तलब पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से हों, यह दायित्व निर्वाचन आयोग का है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ है। PML-N के नेता मोहसिन शाहनवाज रांझा ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी।
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की घोषणा की, लेकिन गुजरात चुनाव की नहीं। मौसम के चलते आयोग हिमाचल प्रदेश में पहले चुनाव कराना चाहता है।
एकनाथ शिंदे गुट ने अपने चुनाव चिन्ह के विकल्प के रूप में 'चमकता सूरज', 'ढाल और तलवार' और 'पीपल का पेड़' का नाम की लिस्ट सौंपी है। इस पर आज ही फैसला होना है।
चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त करने के आदेश को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में एकनाथ शिंदे को भी पक्षकार बनाया गया है।
आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान पर रोक लगा दी है। आयोग ने पहले चरण के नगर पालिका चुनाव के लिए होने वाले 10 अक्टूबर को मतदान व द्वितीय चरण के होने वाले 20 अक्टूबर के मतदान को रोक दिया है।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के बाद सबसे अधिक विधायक व सांसद हैं। शिंदे गुट ने चुनाव आयोग में दावा किया है कि उनका गुट ही असली शिवसेना है।
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के ऊपर चल रहे ऑफिस ऑफ प्राफिट मामले में विधायकी के पद पर सुनवाई के फैसले की पत्र की कॉपी देने से किया इंकार कर दिया है। चुनाव आयोग ने कहा- संवैधानिक अथॉरिटी के बीच कम्युनेकशन का खुलासा करना असंवैधानिक।
रिटायर्ड नौकरशाहों ने चुनाव आयोग से अपील किया है कि जनप्रतिनिधित्व कानून के चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 के 16 ए के तहत आम आदमी पार्टी की मान्यता वापस लेना चाहिए। पत्र में आरोप लगाया गया है कि आप ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है। वह लगातार चुनाव को प्रभावित करने के साथ गलत प्रैक्टिस को बढ़ावा दे रहे हैं।