सार
प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान लगातार शहबाज शरीफ सरकार पर हमलावर हैं। वह अपने अविश्वास प्रस्ताव में अमेरिकी साजिश व विदेशी धन के इस्तेमाल का आरोप लगाए थे। अब इमरान खान चुनाव कराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
Defamation suit against CEC of Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव आयोग चीफ के खिलाफ मानहानि करने का ऐलान किया है। पूर्व पीएम ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने उनको अयोग्य घोषित कर उनकी प्रतिष्ठा को नष्ट किया है, वह दस अरब रुपये की मानहानि का दावा करेंगे। इमरान खान देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनको अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया गया है। पीएम की कुर्सी गंवाने के बाद चुनाव आयोग ने एक केस में उनको अयोग्य घोषित कर चुनाव लड़ने या सार्वजनिक पद संभालने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इमरान पर सरकारी खजाने में जमा हुए महंगे गिफ्ट्स को औने-पौने दामों में खरीदकर ऊंची कीमतों में बेचने और उसका आईटी रिटर्न भी अपनी आय में न दिखाने का आरोप है।
क्या कहा इमरान खान ने चुनाव आयोग के खिलाफ?
इमरान खान ने हकीकी आजादी मार्च के दौरान निशाना साधते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त पर मानहानि का दावा किए जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग चीफ सिकंदर रजा ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश की है। मैं सिकंदर सुल्तान को कोर्ट में ले जाऊंगा ताकि भविष्य में वह किसी और के निर्देश पर किसी की प्रतिष्ठा को नष्ट न करें। उन्होंने आरोप लगाया कि तोशाखाना में उनके खिलाफ ईसीपी के फैसले और प्रतिबंधित फंडिंग के मामले मौजूदा आयातित सरकार के निर्देश पर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि आप (सिकंदर) चोरों के दोस्त हैं और कार्रवाई की जाएगी।
इमरान खान देश में चुनाव कराने के लिए निकाले हैं आजादी मार्च
प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान लगातार शहबाज शरीफ सरकार पर हमलावर हैं। वह अपने अविश्वास प्रस्ताव में अमेरिकी साजिश व विदेशी धन के इस्तेमाल का आरोप लगाए थे। अब इमरान खान चुनाव कराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पीटीआई का कहना है कि नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त हो जाएगा और 60 दिनों के भीतर नए सिरे से चुनाव होने चाहिए। इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने आम चुनाव कराने के लिए हकीकी आजादी मार्च निकाली है। यह मार्च इस्लामाबाद में एक विरोध रैली के बाद संपन्न होगी।
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