वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वीडियो फोटो लीक होने के बाद चारों वादी महिलाओं ने कोर्ट में सीलबंद लिफाफा सरेंडर करने के लिए पहुंची। हालांकि कोर्ट ने उस लिफाफे को लेने से मना कर दिया।
विश्व वैदिक सनातन संघ की तरफ से जिला जज न्यायालय में सीबीआई जांच की मांग के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया गया है। बहस के बाद कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तिथि की मुकर्रर की है। विश्व वैदिक सनातन संघ के अधिवक्ता शिवम गौड़ ने बताया कि कोर्ट ने प्रार्थना पत्र स्वीकार कर लिया है और 4 जुलाई को इस पर सुनवाई होगी।
वाराणसी में ज्ञानवापी मामले से जुड़ी याचिकाओं पर लगातार सुनवाई जारी है। इस बीच लोगों में पक्षकार बनने को लेकर जमकर होड़ देखी जा रही है। अभी तक इस मामले में कुल 11 याचिकाएं कोर्ट में डाली जा चुकी है।
हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि उन लोगों को जो लिफाफा मिला है, उसे अभी तक खोला नहीं गया है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि वीडियो कैसे लीक हो गया। कहा कि अब हम लोग अपने सभी लिफाफे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर देंगे।
ज्ञानवापी मामले में अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी। इससे पहले सोमवार को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर गहमागहमी देखी गई। इसी के साथ फास्टट्रैक कोर्ट में हुई सुनवाई मामले में 8 जुलाई की अगली तारीख दी गई।
राज्यसभा चुनाव के लिए जयंत चौधरी ने प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया। इस बीच उन्होंने कहा कि हमें ज्ञानवापी नहीं ज्ञान की बात करनी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर विधानसभा की भी खुदाई हो तो कुछ न कुछ तो निकलेगा ही।
ज्ञानवापी से जुड़े एक मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई। इसमें मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक और पूजा के अधिकार की मांग की गई थी। इसको लेकर सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक में सुनवाई हुई। इस मामले में 4 बजे फैसला आ सकता है।
वाराणसी ज्ञानवापी मामले में निर्मोही अखाड़ा भी अपना दावा पेश करेगा। इसको लेकर महंत राजेंद्र दास की ओर से जानकारी साझा की गई है। यह दावा जमीयत की ओर से किए गए ऐलान के बाद पेश किया गया।
ज्ञानवापी से जुड़े एक और मामले में सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट की अदालत में अहम सुनवाई। इसमें ज्ञानवापी में मुस्लिमो के प्रवेश पर रोक, वजुखाने में मिले शिवलिंग की पूजा और ज्ञानवापी मस्जिद के मालिकाना हक हिंदुओ को मिले इसपर सुनवाई होगी।
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि अभी तक उनके पास निगम की तरफ से किसी भी संगठन या व्यक्ति के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज कराया गया है। अगर इस तरह की कोई शिकायत आती है तो कड़ा एक्शन लेंगे।