धार्मिक स्थलों को लेकर जारी विवाद के बीच दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हो चुका है। जमीयत उलेमा ए हिंद मदनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद मौलाना महमूद असद मदनी ने अधिवेशन का झंडा फहराकर शुरुआत की।
वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान भीड़ को रोकने के लिए कवायद जारी है। नमाज के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मस्जिद कमेटी और पुलिस प्रशासन कड़े कदम उठाने की तैयारी में है।
जिला जज ने 30 मई की तारीख अगली सुनवाई के लिए तय कर दी है। कोर्ट में वर्शिप एक्ट का हवाला देते हुए मुस्लिम पक्ष ने कहा कि मामला सुनवाई के लायक ही नहीं है। शिवलिंग को लेकर अफवाह फैलाई गई, यहां शिवलिंग है ही नहीं। अफवाह से व्यवस्था पर असर पड़ रहा है।
ज्ञानवापी मामले को लेकर मंगलवार को एक और वाद स्वीकार किया गया। इस वाद पर बुधवार को सुनवाई होगी। इसमें परिसर में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने और पूजा पाठ की अनुमति के लिए मांग की गई है।
ज्ञानवापी मामले में अब 26 मई को फिर से सुनवाई होगी। 26 मई की सुनवाई के बाद ही मामले में तस्वीर साफ हो सकेगी। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद नई तारीख दी है।
ज्ञानवापी मामले को लेकर छिड़े कानूनी घमासान के बीच अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी समेत आठ नामजद और दो हजार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।
वाराणसी ज्ञानवापी मामले में किस याचिका पर पहले सुनवाई होगी इसको लेकर मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा। इस फैसले को लेकर सभी को इंतजार है। वहीं इस बीच सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद है।
ज्ञानवापी मामले में वाराणसी की जिला जज अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। इसको लेकर मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा।
ज्ञानवापी मामले को लेकर कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। सुनवाई पूरी होने के साथ ही फैसला सुरक्षित रख लिया गया है। फैसला मंगलवार को दोपहर दो बजे के बाद आएगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वाराणसी की जिला अदालत में ज्ञानवापी मस्जिद मामले की सुनवाई सोमवार को होगी। जिला जज डॉ अजय कृष्ण की कोर्ट में सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद से सबकी निगाहें जिला अदालत पर टिकी हुई है।