सार
धार्मिक स्थलों को लेकर जारी विवाद के बीच दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हो चुका है। जमीयत उलेमा ए हिंद मदनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद मौलाना महमूद असद मदनी ने अधिवेशन का झंडा फहराकर शुरुआत की।
सहारनपुर: देशभर में विभिन्न धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच धार्मिक स्थल, कॉमन सिविल कोड और वर्तमान हालातों को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद का दो दिवसीय इजलास ईदगाह के मैदान में शनिवार को शुरू हो गया। इस कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से तकरीबन चार हजार से अधिक प्रमुख उलमा शिरकत करेंगे। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के साथ इस बीच कई अहम प्रस्ताव पास किए जाएंगे।
ईदगाह के विशाल मैदान में होगा आयोजन
मुस्लिमों की प्रमुख संस्था जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से ईदगाह के विशाल मैदान में यह आयोजन होगा। दो दिवसीय वर्किंग कमेटी के इजलास के लिए तैयारियों को अंतिम रुप दे दिया गया है। कार्यक्रम में ईदगाह मैदान के बीचों बीच हजारों लोगों की क्षमता का क्वर्ड एसी पंडाल तैयार किया गया। इसमें 24 से अधिक एसी लगाए गए हैं। इसको लेकर जमीयत पदाधिकारी व कार्यकर्ता दिनभर तैयारियों का जायजा लेते नजर आए। माना जा रहा है कि इस दौरान देश के मौजूदा हालात, ज्ञानवापी मस्जिद, देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों को लेकर बढ़ रहे विवाद, मुस्लिम वक्फ और मुस्लिमों की शिक्षा को लेकर कई अहम प्रस्ताव पारित होंगे।
कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
जमीयत उलेमा ए हिंद मदनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद मौलाना महमूद असद मदनी ने अधिवेशन का झंडा फहराकर शुरुआत की। 3 सत्र में 2 दिन तक यह कार्यक्रम चलेगा। 25 राज्यों से लगभग 5000 मुस्लिम संगठनों के अगुआ इसमें जुड़ेंगे। इस अधिवेशन में आम जन शिरकत नहीं करेंगे। वहीं संभावना है कि ज्ञानवापी क़ुतुब मीनार ताजमहल और जैसे धार्मिक मुद्दे शामिल हो सकते हैं। इस बैठक में देश के मौजूदा हालात और ज्ञानवापी समेत विभिन्न धार्मिक स्थलों को लेकर बढ़ रहे विवाद कॉमन सिविल कोड मुस्लिम वक्त एवं मुस्लिमों की शिक्षा आदि पर विशेष चर्चा होगी। इस अधिवेशन में ममता सरकार में मंत्री सिद्दीकी उल्लाह चौधरी और दारूल उलूम के मोहतमिम अबुल कासमी नोमानी शिरकत कर चुके हैं। यहां पर एक कंपनी पीएससी तीन पुलिस निरीक्षक 10 उप निरीक्षक 6 महिला कॉन्स्टेबल और 40 सिपाहियों की तैनाती की गई है। तीन सत्रों में कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
25 राज्यों से आए हैं लोग
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र से आए मौलाना नदीम सिद्दीकी, त्रिपुरा से अब्दुल मोमिन, यूपी से मौलाना मोहम्मद मदनी, मणिपुर से मौलाना मोहमद सईद, केरल से जकरिया, तेलंगाना से हाजी हसन, तमिलनाडु से मौलाना मसूद, बिहार से मुफ्ती जावेद, गुजरात से निसार अहमद, राजस्थान से मौलाना अब्दुल वाहिद खत्री, सांसद मौलाना बदरूद्दीन अजमल, पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में मंत्री मौलाना सिद्दीकी उल्लाह चौधरी, असम से हाजी बसीर पहुंचे हैं। कार्यक्रम में तकरीबन 25 राज्यों के लोग हिस्सा ले रहे हैं।
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