सार
गोंडा के बाद सोनभद्र में भी दुल्हन विदाई से पहले परीक्षा केंद्र पहुंची। जिसे देखकर हर कोई हैरान हो गया। उसके बाद युवती को कॉलेज से ही सीधा विदाई दी गई। इस वजह से वहां के स्थानीय लोग आश्चर्यचकित है और पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के जिले सोनभद्र से वैसा ही मामला सुनने को मिला है जो कुछ दिनों पहले गोंडा में देखने को मिला था। इसी प्रकार सोनभद्र के शाहगंज के कुशहरा गांव में स्थित एक महिला महाविद्यालय में लोग आश्चर्यचकित रह गए जब दुल्हन के लिबाज में एक युवती परीक्षा देने के लिए पहुंची। वह परीक्षा देने के लिए विवाह स्थल यानी सीधे मंडप से कॉलेज आयी थी और परीक्षा देने के बाद उसकी विदाई वहीं से हुई। इसकी जानकारी परिवार से जुड़े लोगों ने दी।
विदाई और परीक्षा की तारीख एक ही दिन
दरअसल शहर के घोरावल तहसील की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के गढ़वा के खैडार की रहने वाली जुड़वती वैश्य शाहगंज के कुशहरा स्थित श्री प्रमोद महिला महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है। परिजनों ने पढ़ाई के दौरान ही युवती की शादी कर दी। उसकी शादी गुरुवार यानी 26 मई को ही हो गई। लेकिन उसकी शादी और परीक्षा की तिथि एक दिन ही पड़ गई। यानी 26 मई को शादी और दूसरे दिन विदाई के साथ यानी दूसरे दिन 27 मई को उसकी विदाई होनी थी। इस वजह से काफी परेशान हो गई क्योंकि वह अपनी परीक्षा छोड़ना नहीं चाहती थी।
पिता बेटी की बात सुनकर हुए परेशान
27 मई की सुबह ही परीक्षा की तिथि को लेकर वह काफी परेशान हो गयी। दुल्हन छात्रा के पिता लालजी वैश्य के मुताबिक छात्रा जुड़वती ने उनसे कहा कि शादी की तिथि भले ही निर्धारित हो गई हो लेकिन वह परीक्षा भी नहीं छोड़ेंगी। आगे बताते है कि वह कहती है कि अगर परीक्षा छूट गयी तो पूरे साल की मेहनत बेकार हो जाएगी। इस बात को सुनकर उसके पिता भी परेशान हो गए क्योंकि उसके ससुराल वाले लोग मानते है या नहीं। इसके बाद उन्होंने लड़के के स्वजनों से बात की तो आश्वासन मिला, फिर भी उन्हें संतुष्टि नही हुई।
दूल्हा और उसके परिजन हुए राजी
छात्रा जुड़ावती की बारात 26 मई की रात सिंगरौली के आमचुना से आई। दुल्हन पक्ष ने बारातियों का स्वागत किया। इसके बाद दुल्हन ने जयमाल के दौरान माला पहनाने से पहले ही दूल्हे से परीक्षा के बाद ही विदाई होने की बात रखी। फिर क्या था दूल्हे और उसके परिजनों ने उसका साथ दिया और राजी हो गए। रात भर वैवाहिक कार्यक्रम चला इसके बाद छात्रा दुल्हन का जोड़ा पहने ही सीधे मंडप से कॉलेज पहुंच गई। इतना ही नहीं दुल्हन दूल्हे की फूल मालाओं से सजी कार में पहुंच गयी।
शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने दी विदाई
कॉलेज में मौजूद टीचर्स और छात्राओं ने उसका स्वागत किया। साथ ही उसके हौसले को सराहा भी। महाविद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर सुधीर कुमार मिश्र ने बताया कि जुड़ावती बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है और शुक्रवार को उसकी समाजशास्त्र विषय की परीक्षा भी थी। उन्होंने बताया कि शादी होने के बाद जब उसकी विदाई हुई तो वह ससुराल न जाकर अपने पति के साथ सीधे महाविद्यालय परीक्षा देने पहुंची और इसके बाद वह परीक्षा केंद्र से ससुराल के लिये रवाना हुई। इस दौरान महाविद्यालय की शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने नवविवाहिता को विदाई दी जो पूरे दिन चर्चा का विषय बनी रही।