सर्वे और वीडियोग्राफी के पहले दिन का काम दोपहर 3 बजे से से शुरू होकर देर शाम तक चला और अब थी कार्य अगले दिन भी होगा। इसी सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में दोनों पक्षों की ओर से जमकर हंगामा हुआ।
ज्ञानवापी में सर्वे व वीडियोग्राफी के लिए पहुंची टीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी देखी गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी तरह से बाहर खड़े लोगों को तितर-बितर किया। लोगों को सड़कों से गलियों की ओर खदेड़ा गया।
काशी विश्वनाथ धाम में ज्ञानवापी परिसर स्थित वीडियोग्राफी और सर्वे की कार्रवाई को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट नज़र आ रही है। वहीं वीडियोग्राफी और सर्वे के लिए एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को सर्वे कमिश्नर नियुक्त किया है. एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को 10 मई को वाराणसी कोर्ट में रिपोर्ट दायर करनी है।
काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मस्जिद केस को लेकर कोर्ट ने कमिश्नर नियुक्त किया है। कमिश्नर को नियुक्त किए जाने के साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया है कि वह 19 अप्रैल को मंदिर-मस्जिद परिसर का दौरा करेंगे। इसी के साथ वहां की वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
विश्वेश्वर नाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट(Allahabad High Court) आज एक अहम फैसला सुनाते हुए ASI के सर्वेक्षण पर रोक लगा दी है।
फास्ट ट्रैक कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। केंद्र के पुरातत्व विभाग के 5 लोगों की टीम बनाकर पूरे परिसर का अध्यन करने निर्देश दिया है। कहा है कि सर्वेक्षण का खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने के साथ ही काशी में विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद की चर्चा फिर से तेज हो गई है। इस मामले में जिला कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई और 15 अक्टूबर को अगली तारीख दी गई है। सुनवाई में तय किया जाएगा कि यह मामला सिविल कोर्ट में चलेगा या वक्फ ट्रिब्यूनल लखनऊ में। ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद क्या है?
वाराणसी के काशी विश्ननाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर मंगलवार को सुनवाई होनी है। इस मामले में वाराणसी की जिला जज कोर्ट ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की याचिका को स्वीकार कर लिया गया था, जिसमें सिविल कोर्ट में इस मामले को चलाने की चुनौती दी गई।