सार

 काशी विश्वनाथ धाम में ज्ञानवापी परिसर स्थित वीडियोग्राफी और सर्वे की कार्रवाई को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट नज़र आ रही है। वहीं वीडियोग्राफी और सर्वे के लिए एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को सर्वे कमिश्नर नियुक्त किया है. एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को 10 मई को वाराणसी कोर्ट में रिपोर्ट दायर करनी है।

वाराणसी:  काशी विश्वनाथ धाम में ज्ञानवापी परिसर स्थित वीडियोग्राफी और सर्वे की कार्रवाई को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट नज़र आ रही है। वहीं वीडियोग्राफी और सर्वे के लिए एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को सर्वे कमिश्नर नियुक्त किया है। एडवोकेट अजय कुमार मिश्र को 10 मई को वाराणसी कोर्ट में रिपोर्ट दायर करनी है। बता दें कि ये काम कोर्ट के आदेश के बाद किया जा रहा है।

कोर्ट ने क्या दिया आदेश
इस पूरे मसले को लेकर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए ये आदेश दिया है कि परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वे किया जायेगा। जानकारी के मुताबिक ये बताया जा रहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे आज दोपहर 3 बजे से होगा।  मस्जिद के दोनों तहखानों का भी सर्वे होगा, इनमें से एक तहखाने की चाभी प्रशासन के पास और दूसरे की चाभी मस्जिद पक्ष के पास है। इस पूरे सर्वे में तीन से चार दिन का समय लगने का अनुमान है। इस दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी होगी।

दोनों पक्षों की मौजूदगी में सर्वे और वीडियोग्राफी
ज्ञानवापी में हो रहे श्रृंगार गौरी और देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे में जो भी सामान मिलेगा उनको एकत्र करके एक सुरक्षित जगह पर रखा जायेगा। इसी सिलसिले में सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर ने यह आदेश पुलिस आयुक्त को दिया है। इसकी रिपोर्ट 10 मई तक पेश करनी है। इस दौरान कोर्ट का आदेश है कि दोनों पक्षों की मौजूदगी में सर्वे और वीडियोग्राफी हो। 

महिलाओं ने पूजा करने के लिए दाखिल की थी याचिका
मंदिर में पूजा पाठ करने को लेकर पांच महिलाओं ने एक याचिका दाखिल की थी। पांचो याचिकार्ता महिलाओं ने कोर्ट से श्रंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजा अर्चना की अनुमति दिये जाने की अपील की थी। कोर्ट से इजाजत की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि श्रृंगार गौरी का मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मौजूद है और मस्जिद की दीवार से सटा हुआ है।