20 मई, शनिवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:05 से 10:44 तक रहेगा।
Kab Hai Jyestha Amavasya 2023: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। ये तिथि पितरों से संबंधित हैं। इस दिन पूजा, दान, यज्ञ और उपाय आदि करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं।
Bada Mangal 2023: इस बार ज्येष्ठ मास का पहला बड़ा मंगल 9 मई को है। इसे बुढ़वा मंगल भी कहते हैं। इस दिन हनुमानजी की पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है। इस पर्व को लेकर कई मान्यताएं और परंपराएं प्रचलित हैं।
9 मई, मंगलवार को पहले मूल नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद पूर्वाषाढा नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:38 से शाम 05:16 तक रहेगा।
Bada Mangal 2023 Date: धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास में आने वाले सभी मंगलवार पर भगवान हनुमानजी की पूजा का विशेष महत्व है। ज्येष्ठ मास के मंगलवारों को बड़ा मंगल कहा जाता है। उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व माना जाता है।
Jyestha month 2023: हिंदू पंचांग में 12 महीने होते हैं। इन सभी के नाम, महत्व आदि अलग-अलग हैं। हिंदू पंचांग का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस महीने का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार ज्येष्ठ मास 6 मई से 4 जून तक रहेगा।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास में आने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल (Bada Mangal) कहा जाता है। इस दिन हनुमानजी की विशेष पूजा की जाती है और मंदिरों में विशेष आयोजन भी किए जाते हैं।
हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ (Jyeshtha month 2022) 17 मई से शुरू हो चुका है, जो 14 जून तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में कई बड़े त्योहार भी मनाए जाते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, एक साल में 12 महीने होते हैं। इनका क्रम इस प्रकार है- चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, सावन, भादौ, आश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ और फाल्गुन। धर्म ग्रंथों में इन सभी महीनों का अलग-अलग महत्व बताया गया है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अभी साल का दूसरा महीना यानी वैशाख चल रहा है जो 16 मई, सोमवार तक रहेगा। इसके अगले दिन से यानी 17 मई, मंगलवार से ज्येष्ठ मास शुरू हो जाएगा, जो हिंदू पंचांग का तीसरा महीना रहेगा। ये महीना 14 जून तक रहेगा।