टैरो कार्ड टैरो वास्तव में चित्रों के माध्यम से भविष्य जानने की कला है। यह विधा एक साथ अंकशास्त्र, रंग चिकित्सा तथा ज्योतिष का कॉम्बिनेशन है। टैरो में 78 कार्ड होते हैं। 22 मेजर कार्ड और 56 माइनर कार्ड होते हैं। इनमें 14-14 के सेट होते हैं। यह सेट पानी, आग और वायु आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं।
टैरोट कार्ड पंच तत्वों के आधार पर कार्य करता है। इसके ऊपर कुल सभी पंच तत्वों को दिखाया जाता है जो कि पृथ्वी, आकाश, अग्नि, हवा और पृथ्वी हैं। टैरोट कार्ड के कार्ड्स पर बने ये सभी तत्व व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाने मे सहायता करते हैं।
टैरो शब्द टैरोटी से आया है। जिसका अर्थ कार्ड्स के पीछे दिखने वाली क्रॉस लाइन से होता है। टैरो कार्ड में कुल 78 कार्ड्स होते है जिन्हे दो भागो में बांटा गया है। पहला मेजर आर्काना और दूसरा माइनर आर्काना है। ये भविष्य जानने की सर्वप्रिय विधा है।
टैरोट कार्ड रीडिंग को ताश के पत्तों द्वारा प्रयोग किया जाता है। ताश के पत्तों को पढ़ना ही टैरोट कार्ड रीडिंग कहलाता है। ऐसा माना जाता है कि इन ताश के पत्तों को पढ़कर भविष्य में होने वाली घटनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। ये कहना है कि इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वास्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम का।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वस्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो कुल 78 कार्ड्स का समूह होता है। इन सभी टैरो कार्ड के दोनों ओर कुछ चित्र जैसे कई रंग, वायु, आकाश, अंक, पृथ्वी, जल, अग्नि, और हवा जैसे चित्र बने होते हैं।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वस्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो रीडिंग के लिए आपको उन सवालों के बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहिए, जिनके आपको उत्तर चाहिए।
टैरो कार्ड रीडिंग में कुल 78 टैरो कार्ड का प्रयोग किया जाता है। इसमें मेजर अर्कना में 22 और माइनर अर्कना में 56 कार्ड होतें है। यह कार्ड व्यक्तिगत रूप से जीवन की समस्याओं को दूर करने में सहायक होतें है। ये विधा काफी प्रचलन में हैं।