प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में वैज्ञानिकों और टेक्नोक्रेट्स का एक बड़ा पूल है, जिसमें उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता है। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में कुल 12 सत्र होंगे और 40 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ता कई विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे।