17 फरवरी को गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन है। शनिवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृतसि्द्धि, इंद्र और वैधृति नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे।
Kab Hai Jaya Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। एक साल में 24 एकादशी तिथि होती है। इनमें से माघ मास की एकादशी को जया, अजा और भीष्म एकादशी कहा जाता है। इस बार ये एकादशी फरवरी 2024 में है।
16 फरवरी, शुक्रवार को गुप्त नवरात्रि का सातवां दिन रहेगा। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। इस दिन रथ सप्तमी का पर्व भी मनाया जाएगा। इसे अचला सप्तमी भी कहते हैं। राहुकाल सुबह 11:16 से 12:40 तक रहेगा।
IHC के जज रोहित रंजन अग्रवाल ने अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति द्वारा दायर अपील पर सुनवाई की। ये वो समिति है, जो वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे मस्जिद के मामलों की देखभाल करती है।
Aaj Ka Panchang: 15 फरवरी, गुरुवार को गुप्त नवरात्रि का छठा दिन रहेगा। इस दिन देवी कात्यायानी की पूजा की जाएगी। गुरुवार को मानस, पद्म, सर्वार्थसिद्धि, शुक्ल और ब्रह्म नाम के 5 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:05 से 03:29 तक रहेगा।
Kab Hai Ratha Saptami 2024: माघ मास के शुक्ल पक्ष में अचला सप्तमी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत फरवरी 2024 में किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
BAPS Temple Inauguration In Abu Dhabi: UAE के अबू धाबी में आज 14 फरवरी को पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस मंदिर को BAPS यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने बनवाया है।
Aaj ka Panchang: 14 फरवरी, बुधवार को गुप्त नवरात्रि का पांचवां दिन रहेगा। इस दिन वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। बुधवार को उत्पात, मृत्यु, शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:41 से 02:05 तक रहेगा।
Vinayaka Chaturthi February 2024 Date: प्रत्येक हिंदू महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी और वरद चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Vasant Panchami 2024 Shubh Muhurat: हर साल माघ मास में वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 14 फरवरी, बुधवार को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर देवी सरस्वती का प्राकट्य हुआ था।