Budget 2022 : स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च कम है, लेकिन यह लगातार बढ़ रहा है। यही वजह है कि शिशु मृत्यु दर के मामले में हमारा देश काफी बदलाव ला चुका है। 1955 तक जहां प्रति हजार 181 बच्चों की मृत्यु हो जाती थी, वहीं अब देश में यह आंकड़ा 32 पर सिमट चुका है। देश में अस्पतालों में प्रसवों की संख्या भी बढ़ी है। इसलिए माना जा रहा है कि स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता आई है।