बिहार की राजनीति में मची उथल-पुथल रविवार को थम सकती है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार रविवार को आरजेडी से अलग होने और बीजेपी के साथ मिलने का ऐलान कर सकते हैं।
बिहार में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। राज्य की सत्ता को हासिल करने के लिए महागठबंधन और एनडीए के बीच बिसात एक बार फिर बिछ चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद को लेकर आश्वस्त हैं तो बीजेपी की नजर बिहार की सत्ता के रास्ते लोकसभा चुनाव को साधना है।
उत्तर भारत की भयंकर ठंड में भी बिहार का राजनैतिक पारा चढ़ा हुआ है। नीतीश कुमार का राज्यपाल से मिलना, तेजस्वी यादव के साथ डेढ़ घंटे रहकर भी बात न करना कई तरह के संकेत दे रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदलने को तैयार हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं और विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं।
बिहार की राजनीति में बढ़ा खेला होबे, यानि कुछ बड़ी राजनीतिक उठापटक होने वाली है। कहा जा रहा है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यानी तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के बीच तल्ख बढ़ गई है। लालू की बेटी रोहणी ने इशारों में नीतीश पर हमला किया है।
मीडिया में खबरों चल रही हैं और अटकलें हैं कि बिहार में तेजस्वी यादव और सीएम नीतीश कुमार के बीच का गठबंधन टूट सकता है। दोनों के बीच कुछ सामान्य नहीं है। बयानबाजी तेज हो गई हैं।
विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार की नाराजगी को लेकर खूब चर्चा है। इन चर्चाओं को हवा और तब मिली जब बीजेपी और नीतीश कुमार के बीच गोपनीय बातचीत के दावे किए जाने लगे।
वह बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बिहार में वह जननायक के रूप में लोकप्रिय हैं।
बिहार के एक मंत्री ने दावा किया है। कि उनके सपने में भगवान राम आए थे, उन्होंने कहा कि वे 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आएंगे। ये बात खुद बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने कही है।
अपनी ही पत्नी को रील बनाने से रोकना एक पति को भारी पड़ गया। महिला ने अपने घरवालों के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी।