उन्होंने कहा, "मुझे याद है कि जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राम मंदिर पर फैसला सुनाया तो तरह तरह के लोग मैदान में आ गए थे। कुछ बयानबाजों और बड़बोलों ने सिर्फ खुद को चमकाने के लिए न जाने कैसी-कैसी बातें की थीं, लेकिन जैसे ही फैसला आया तो आनंददायक बदलाव देश ने महसूस किया।"