केलेटी ओलंपिक की तैयारियों में व्यस्त थीं। लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध ने भारी उथल-पुथल मचा दिया। केलेटी का अपना देश नाजी कब्जे में आ गया और अपने यहूदी वंश के कारण, केलेटी को जीवित रहने के लिए छिपकर रहना पड़ा। यहां तक की अपनी पहचान छुपाकर रहना पड़ा।