हिंदू धर्म में पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत किया जाता है। हर साल यह व्रत देश के कुछ हिस्सों में ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को तो कुछ हिस्सों में पूर्णिमा को किया जाता है।
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा पर धुलेंडी (होली) खेली जाती है। इस बार 28 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा और 29 मार्च को होली खेली जाएगी।
18 सितंबर से शुरू हो रहे अधिक मास में 15 दिन शुभ योग रहेंगे। शुक्रवार, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र और शुक्ल योग में शुरू हो रहे अधिक मास के आखिरी दिन 17 अक्टूबर तक खास मुहूर्त और योग बन रहे हैं।
1 दिसंबर, रविवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इसे विवाह पंचमी भी कहते हैं। इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत और उसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
नवरात्रि की शुरूआत रविवार को हस्त नक्षत्र, ब्रह्मा योग, कन्या राशि के चंद्रमा व कन्या राशि के ही सूर्य में होगी। कन्या राशि का स्वामी बुध होने से यह पर्व सभी के लिए शुभ रहेगा।
शुक्रवार को सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 02.18 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और श्रवण नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग बनेगा।