29 जनवरी, शनिवार को माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि है। शनिवार को सूर्योदय मूल नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शनिवार को मूल नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
19 जनवरी, बुधवार को माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। बुधवार को सूर्योदय अश्लेषा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। बुधवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
5 जनवरी, बुधवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन सूर्योदय श्रवण नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 12.33 तक रहेगा। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से छत्र और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
17 दिसंबर, शुक्रवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो सुबह लगभग 11 बजे तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से छत्र और उसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से मित्र नाम से 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वस्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो भगवान और आपके इंटूइशन से संकेत प्राप्त करने पर काम करता है इसका मतलब है कि टैरो में, भगवान आपको आपके अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में संकेत देते हैं।
31 जुलाई को श्रावण शुक्ल तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन पहले मघा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इनके अलावा वारियन और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (13 मई, शुक्रवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि शाम 5.29 तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शुक्र प्रदोष का व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को सूर्योदय नक्षत्र नक्षत्र में होगा, जो शाम 4.24 तक रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
आज (24 अप्रैल, रविवार) वैसाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पूरे दिन रहेगी। रविवार को श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। 24 अप्रैल, रविवार की रात करीब 10.20 पर बुध ग्रह राशि बदलकर मेष से वृषभ में प्रवेश करेगा।
आज (17 जुलाई, रविवार) श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। रविवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही इस दिन सौभाग्य और शोभन नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे।
22 अप्रैल, शुक्रवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि सुबह लगभग 9 बजे तक रहेगी। इसके बाद सप्तमी तिथि आरंभ हो जाएगी। शुक्रवार को सूर्योदय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा।