4 जुलाई, शनिवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन मूल नक्षत्र के योग से गद नाम का शुभ योग बन रहा है।
25 जून, गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन पहले अश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और उसके बाद मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है।
28 मई, गुरुवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन अश्लेषा नक्षत्र रहेगा। गुरुवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग बन रहा है।
14 मई की रात से सूर्य वृष राशि में प्रवेश कर चुका है। ये शुक्र के स्वामित्व वाली राशि है। वर्तमान में शुक्र ग्रह भी इसी राशि में वक्री स्थिति में है। शुक्र 25 जून तक इसी स्थिति में रहेगा।
मंगलवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन पूरे समय आर्द्रा नक्षत्र रहेगा जिसके वजह से चर नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा।
मंगलवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बन रहा है और सूर्य और चंद्रमा दोनों ही एक राशि में रहेंगे।
जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू या टे है, वे सिंह राशि के होते हैं। सिंह राशि का चिह्न शेर है।
25 सितंबर की रात से मंगल राशि परिर्वतन कर सिंह से कन्या में आ चुका है। मंगल इस राशि में 10 नवंबर रहेगा।
17 अगस्त से सूर्य स्वयं के स्वामित्व वाली राशि सूर्य में प्रवेश कर चुका है। सूर्य इस राशि में अब 17 सितंबर तक रहेगा।