वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस की वजह से पड़ने वाले प्रभाव के बीच मंगलवार को शेयर बाजार उतार-चढ़ाव भरे रुख के साथ खुले
चीन में कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ने के बीच वैश्विक बाजारों में बिकवाली से सोमवार को यहां भी शेयर बाजार गिरावट के रुख के साथ खुले
शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला कारोबार के चौथे दिन भी बना रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 163 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ
अमेरिका और चीन के बीच शुरुआती व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने से वैश्विक बाजारों में तेजी रही
निवेशकों ने ईरान - अमेरिका के तनाव से आगे बढ़कर कंपनियों के तिमाही नतीजों पर ध्यान देना शुरू किया है
रिलायंस इंडस्ट्रीज , एचडीएफसी , आईसीआईसीआई बैंक और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से साल 2019 के आखिरी दिन सेंसेक्स 304 अंक लुढ़क गया।
शुरुआती कारोबार में 200 अंक से अधिक उछलकर 41,108 अंक की नई रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के शुरुआती दौर में ही अब तक की सर्वकालिक ऊंचाई 12,126 अंक पर पहुंच गया
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 54 अंक या 0.45 प्रतिशत के नुकसान से 11,914.40 अंक पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स मात्र 2.72 अंक और निफ्टी 18.95 अंक लाभ में रहा है
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से सात का बाजार पूंजीकरण (एम - कैप) शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में कुल मिलाकर 76,998.4 करोड़ रुपये बढ़ गया। इसमें टाटा समूह की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के बाजार पूंजीकरण में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई।
शेयर बाजारों में मामूली गिरावट दर्ज की गई। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र की दूरसंचार कंपनियों से 92,000 करोड़ रुपये का एजीआर स्वीकार करने संबंधी याचिका को स्वीकार कर लिया है। इन्फोसिस के खिलाफ व्हिसलब्लोअर द्वारा कंपनी के शीर्ष प्रबंधन के खिलाफ की गई शिकायत की जांच शुरू होगी। ईज ऑफ डूइंग की रैंकिंग में भारत 14 स्थान उछलकर 63वें पायदान पर पहुंचा।