सार

 शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला कारोबार के चौथे दिन भी बना रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 163 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ

मुंबई: शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला कारोबार के चौथे दिन भी बना रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 163 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। आरबीआई के प्रमुख नीतिगत दर को यथावत रखने लेकिन वृद्धि को गति देने के लिये नरम रुख बनाये रखने के बाद बाजार में यह तेजी आयी।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 163.37 अंक यानी 0.40 प्रतिशत बढ़कर 41,306.03 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 48.80 अंक यानी 0.40 प्रतिशत बढ़कर 12,137.95 अंक पर बंद हुआ।

वृद्धि दर अनुमान को भी 5 प्रतिशत पर बरकरार

छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 2019-20 की अपनी छठी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में आम सहमित से नीतिगत दर यानी रेपो को 5.15 प्रतिशत बरकरार रखने का फैसला किया। इसके साथ नरम रुख भी कायम रखा है। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर अनुमान को भी 5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। वहीं अगले वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर 6 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी है।

रिजर्व बैंक ने ऋण वृद्धि में तेजी लाने के इरादे से बैंकों के लिये वाहन, रिहायशी मकान और छोटे कारोबारियों को जुलाई 2020 तक दिये जाने वाले हर नये कर्ज के लिये नकद आरक्षित अनुपात (सीआआर) जरूरतों में ढील दिया है। ब्याज दर से संबद्ध वित्तीय, बैंक और वाहन कंपनियों के शेयरों में तेजी रही।

इसमें 4.85 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में इंडसइंड बैंक सर्वाधिक लाभ में रहा। इसमें 4.85 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी। इसके अलावा एसबीआई, बजाज फाइनेंस, भारतीय एयरटेल, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, एचडीएफसी और पावर ग्रिड में भी तेजी रही।

वहीं दूसरी तरफ टाइटन, इन्फोसिस, आईटीसी, कोटक बैंक और एशियन पेंट्स में 1.73 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा उम्मीद के अनुरूप है। वहीं आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये जो उपाय किये गये, वह अचंभित करने वाला है। कुछ क्षेत्रों को दिये जाने वाले कर्ज के लिये सीआरआर में ढील और खुले बाजार की गतिविधियाों से अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है। इससे कम दर पर कर्ज उपलब्ध होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति दर में कमी का अनुमान जताया गया है। इससे आरबीआई के पास नीतिगत दर में जरूरत के अनुसार कटौती की गुंजाइश होगी।’’ दुनिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग, जापान का टोक्यो और दक्षिण कोरिया का सोल 2.88 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए। वहीं यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)