हनुमा विहारी ने छोटी उम्र में ही अपने पिता को खो दिया था। इस उम्र में पिता का साया उठने के बावजूद कुछ ही लोग अपने सपनों को हकीकत में बदलने का साहस रख पाते हैं, पर विहारी इनमें से एक थे। उनके अंदर बचपन से ही टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेलने का जुनून था।