Chanakya Niti: इन 3 मामलों में हमेशा संयम से काम लेना चाहिए, नहीं तो नुकसान हो सकता है

आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। वे कौटिल्य या विष्णुगुप्त नाम से भी विख्यात हैं। आचार्य श्री चणक के शिष्य होने के कारण वह चाणक्य कहे गए। विष्णुगुप्त कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान थे। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में 3 ऐसी चीजों के बारे में बताया है, जिनमें मनुष्य को सदैव संयम बरतना चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Sep 2, 2021 5:19 AM IST / Updated: Sep 02 2021, 02:51 PM IST

उज्जैन. आचार्य चाणक्य तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य थे, उन्होंने मुख्यत: भील और किरात राजकुमारों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने नंदवंश का नाश करके चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया। उनके द्वारा रचित अर्थशास्त्र नामक ग्रन्थ राजनीति, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति आदि का महान ग्रंन्थ है। आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) ने नीतिशास्त्र में जीवन से जुड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया है यदि इन बातों को सही से समझा जाए और अपने जीवन में अनुसरण किया जाए तो जीवन को सुखमय, सरल और सफल बनाया जा सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में 3 ऐसी चीजों के बारे में बताया है, जिनमें मनुष्य को सदैव संयम बरतना चाहिए। यदि इन बातों में संयम नहीं रखा जाए तो आप परेशानी में पड़ सकते हैं। जानते हैं कौन से हैं वे 3 काम…

स्त्रियों के मामले में
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहती है कि पुरुषों को स्त्रियों के मामले में संयम बरतना बहुत ही आवश्यक होता है। किसी भी स्त्री को देखकर उसे पाने के लिए अत्यधिक बैचेन नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही स्त्री से मिलने वाले सुख, प्रेम और सम्मान को संतोष से प्राप्त करना चाहिए, अन्यथा आप स्वयं के सम्मान को ठेस पंहुचा सकते हैं। आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

भोजन के मामले में
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहती है कि भोजन कितना भी रुचिकर क्यों न हो मनुष्य को भोजन करते हुए हमेशा संयम बरतना चाहिए। अधिक स्वादिष्ट भोजन देखकर ज्यादा भोजन कर लेने के कारण आपको स्वास्थ की समस्याएं हो सकती हैं। व्यक्ति को हमेशा अपनी पाचन क्षमता के अनुसार ही भोजन करना चाहिए। 

धन के मामले में
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहती है कि मनुष्य को धन से जुड़े मामलों में मनुष्य को संयम बरतने की बहुत आवश्यकता होता है। मनुष्य को धन प्राप्ति के लिए ज्यादा लालसा नहीं करनी चाहिए। इसी तरह से धन को खर्च करते समय भी संयम बरतने की आवश्यकता होती है। अत्यधिक धन प्राप्ति की लालसा जहां आपको गलत कार्यों की ओर जाने के लिए प्रेरित कर सकती है तो वहीं धन का प्रयोग यदि संयम के साथ न किया जाए तो समय आने पर आपको समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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