चाणक्य नीति: जानिए मनुष्य का सबसे बड़ा अवगुण, पाप, धन और आभूषण कौन-सा है

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में सफल और सुखी जीवन के कई सूत्र बताए हैं। इन सूत्रों का पालन अपने जीवन में करने से अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 6, 2021 4:28 AM IST

उज्जैन. आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि संसार में सबसे बड़ा अवगुण, पाप, गुण, धन और अलंकार कौन-सा है। आज हम इसी सूत्र से जुड़ी खास बातें बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…

1. लोभ सबसे बड़ा अवगुण है

आचार्य चाणक्य के अनुसार लोभ यानी लालच मनुष्य का सबसे बड़ा अवगुण है। क्योंकि अनेक अवगुणों का कारण है। जिस व्यक्ति के मन में लालच का भाव होता है वह क्रूर और व्याभिचारी हो सकता है, साथ ही वो अपने लालच को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

2. निंदा सबसे बड़ा पाप है

निंदा यानी दूसरे लोगों की बुराई सबसे बड़ा पाप है। धर्म ग्रंथों में भी इसे बुरा कर्म माना गया है। इसलिए भूलकर भी दूसरे लोगों की बुराई करने से बचना चाहिए।

3. सत्य सबसे बड़ा तप है

जो व्यक्ति हमेशा सत्य बोलता है उसे किसी भी प्रकार के तप करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि धर्म ग्रंथों में सत्य बोलना ही सबसे बड़ी तपस्या माना गया है।

4. मन की पवित्रता सभी तीर्थो में जाने से उत्तम है

यदि आपका मन पवित्र है यानी उसमें किसी के लिए भी ईर्ष्या या द्वेष नहीं है तो आपको किसी भी तीर्थ जाने की जरूरत नहीं है, ऐसा आचार्य चाणक्य ने कहा है। इसलिए कहा गया है मन चंगा तो कठोती में गंगा।

5. सज्जनता सबसे बड़ा गुण है

आचार्य चाणक्य ने सज्जनता को सभी गुणों में श्रेष्ठ कहा गया है। यानी सज्जनता में ही सभी गुण सम्मिलित होते हैं। सज्जन लोग हमेशा जन कल्याण की बात ही सोचते हैं।

6. यश सबसे उत्तम अलंकार(आभूषण) है

यश यानी सम्मान सबसे उत्तम आभूषण है जो व्यक्ति किसी विशेष कारण से यश यानी समाज में मान-सम्मान प्राप्त करता है वही उसका अलंकार होता है।

7. उत्तम विद्या सबसे श्रेष्ठ धन है

जिस व्यक्ति के पास उत्तम विद्या है, उसके लिए वही श्रेष्ठ धन है। धन का नाश हो सकता है यानी विद्या का कभी नाश हो सकता।

8. अपयश मृत्यु के अधिक कष्टकारक है

जिस व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान नहीं मिलता और किसी कारण अगर उसे अपयश का सामना करना पड़े तो ये स्थिति मृत्यु से भी अधिक कष्टकारी होती है।

चाणक्य नीति के बारे में ये भी पढ़ें

चाणक्य नीति: किस व्यक्ति के लिए कोई स्थान दूर नहीं और किसका कोई शत्रु नहीं होता?

चाणक्य नीति: सुंदरता, विद्या और धन किन परिस्थितियों में व्यर्थ माने जाते हैं?

चाणक्य नीति: पिता के अलावा इन 4 को भी उन्हीं के समान ही आदर और सम्मान देना चाहिए

चाणक्य नीति: जानिए हमें, शेर, बगुले, गधे, मुर्गे, कौए और कुत्ते से क्या सीखना चाहिए?

चाणक्य नीति: कैसे लोग हमेशा गरीब नहीं रहते और किन लोगों का कभी विवाद नहीं होता?

चाणक्य नीति: झगड़ालू पत्नी, मूर्ख पुत्र और विधवा पुत्री सहित ये 6 दुख अग्नि के समान जलाते हैं

चाणक्य नीति: जानिए सबसे बड़ा तप, सुख, रोग और धर्म कौन-सा है?

कैसे वृक्ष, स्त्री और राजा जल्दी ही नष्ट हो जाते हैं? जानिए इस चाणक्य नीति से

चाणक्य नीति: झूठ और लालच के अलावा ये 3 अवगुण महिलाओं के स्वभाव में होते हैं

चाणक्य नीति: महिला अगर कोई गलती करें तो उसका परिणाम किसे भुगतना पड़ता है?

चाणक्य नीति: ये 3 कामों में कभी शर्म नहीं करनी चाहिए नहीं तो भविष्य में परेशान होना पड़ सकता है

चाणक्य नीति: इन 4 चीजों से सिर्फ पल भर का ही आनंद मिल पाता है

चाणक्य नीति: विद्यार्थी और नौकर सहित ये 6 लोग अगर सो रहे हो तो तुरंत उठा देना चाहिए

चाणक्य नीति: जिस व्यक्ति में होते हैं ये 5 गुण, वह विपरीत समय में भी कभी दुखी नहीं होता

चाणक्य नीति: कौन होता है भ्रष्ट स्त्री, लालची व्यक्ति, मूर्ख और चोर का सबसे बड़ा शत्रु?


 

Share this article
click me!