10 सितंबर, रविवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से ध्वजा और बाद में पुष्य नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और रवि योग नाम के 2 अन्य शुभ योग भी बनेंगे। राहुकाल शाम 05:00 से 06:32 तक रहेगा।
उज्जैन. हिंदू धर्म में एकादशी को बहुत ही पवित्र तिथि माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा की जाती है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 19 सितंबर, रविवार को है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
10 सितंबर का पंचांग (Aaj Ka Panchang 10 september 2023)
10 सितंबर 2023, दिन रविवार को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन अजा एकादशी का व्रत किया जाएगा। रविवार को पुनर्वसु नक्षत्र शाम 5 बजे तक रहेगा, इसके बाद पुष्य नक्षत्र आरंभ हो जाएगा। रविवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से ध्वजा और बाद में पुष्य नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और रवि योग नाम के 2 अन्य शुभ योग भी बनेंगे। राहुकाल शाम 05:00 से 06:32 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
रविवार को चंद्रमा मिथुन से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध और सूर्य सिंह राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल कन्या राशि में और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।
10 सितंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- भादौ मास
पक्ष- कृष्ण
दिन- रविवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- पुनर्वसु और पुष्य
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 6:15 AM
सूर्यास्त - 6:32 PM
चन्द्रोदय - Sep 10 1:51 AM
चन्द्रास्त - Sep 10 3:58 PM
अभिजीत मुहूर्त - 11:59 AM – 12:48 PM
अमृत काल - 02:26 PM – 04:13 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:39 AM – 05:27 AM
10 सितंबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 12:23 PM – 1:56 PM
कुलिक - 3:28 PM – 5:00 PM
दुर्मुहूर्त - 04:54 PM – 05:43 PM
वर्ज्यम् - 02:04 AM – 03:52 AM
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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।