Aaj Ka Panchang: 14 जून, बुधवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से मृत्यु और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:27 से 2:07 तक रहेगी।
उज्जैन. हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। हर महीने में दो बार ये तिथि आती है। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी का संयोग बनता है। इन सभी के नाम और महत्व अलग-अलग है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं, जो इस बार 14 जून, बुधवार को है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
14 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 14 June 2023)
14 जून 2023, दिन बुधवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि सुबह 08:48 तक रहेगी, इसके बाद द्वादशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन योगिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। बुधवार को अश्विनी नक्षत्र दोपहर 1.40 तक रहेगा, इसके बाद भरणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से मृत्यु और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:27 से 2:07 तक रहेगी।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
बुधवार को चंद्रमा, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध और सूर्य वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, शुक्र और मंगल कर्क राशि में रहेंगे।
14 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- आषाढ़
पक्ष- कृष्ण
दिन- बुधवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- अश्विनी और भरणी
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 5:44 AM
सूर्यास्त - 7:09 PM
चन्द्रोदय - Jun 14 2:36 AM
चन्द्रास्त - Jun 14 3:47 PM
अभिजीत मुहूर्त – आज नहीं है।
14 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 7:25 AM – 9:05 AM
कुलिक - 10:46 AM – 12:27 PM
दुर्मुहूर्त - 12:00 PM – 12:53 PM
वर्ज्यम् - 11:29 PM – 01:07 AM
ये भी पढ़ें-
Adipurush: कैसे दिखते थे भगवान श्रीराम, कैसा था उनका रंग-रूप? जानें वाल्मीकि रामायण से
Adipurush: राजा जनक ने अपनी पुत्री का नाम सीता ही क्यों रखा? देवी के ये 10 नाम भी हैं प्रसिद्ध
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।