सार
Adipurush: भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित मूवी आदिपुरुष 16 जून को बड़े परदे पर रिलीज होने वाली है। इस मूवी में देवी सीता का नाम जानकी बताया गया है। वाल्मीकि रामायण ने देवी सीता के और भी कई नाम बताए गए हैं।
इन दिनों भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित मूवी आदिपुरुष (Adipurush) चर्चा में बनी हुई है। इस मूवी को लेकर दर्शकों के मन में भी काफी उत्साह है। मूवी में सुपर स्टार प्रभास (Super Star Prabhas) और एक्ट्रेस कृति सेनन (Kriti Sanon) मुख्य भूमिका में है। मूवी के ट्रेलर में देवी सीता का नाम जानकी बताया जा रहा है, जो देवी के अनेक नामों में से एक है (Name of Goddess Sita)। इनके अलावा भी देवी सीता के कई और नाम भी हैं। आज हम आपको उन्हीं नामों के बारे में बता रेह हैं, लेकिन सबसे पहले जानिए राजा जनक ने अपनी पुत्री का नाम सीता ही क्यों रखा…
इसलिए राजा जनक ने रखा ये नाम (Why did King Janak name his daughter Sita?)
वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जनकपुरी के राजा जनक एक यज्ञ करना चाहते थे, इसके लिए उन्हें स्वयं भूमि पर हल चलाकर उसे यज्ञ के लिए तैयार करना था। जब राजा जनक हल चला रहे थे, तभी उनका हल किसी धातु की वस्तु से टकराया। राजा जनक ने जब उसे निकालकर देखा तो उसमें उन्हें एक कन्या दिखाई दी। जोती हुई भूमि को तथा हल की नोक को सीता कहते हैं, इसलिए राजा जनक ने उस बालिका का नाम सीता दिया और पुत्री मानकर उसका पालन-पोषण किया।
जानकी नाम क्यों? (Janki)
देवी सीता के अनेक नाम धर्म ग्रंथों में बताए गए हैं, उन्हीं में से एक नाम है जानकी। राजा जनक की पुत्री होने के कारण ही देवी सीता का एक नाम ये भी है। आदिपुरुष मूवी में देवी सीता का यही नाम बताया गया है।
मैथिली नाम क्यों? (Maithili)
रामचरित मानस में देवी सीता का एक नाम मैथिली, मिथिलेशकुमारी भी बताया गया है। इसके पीछे का कारण है कि राजा जनक जिस प्रदेश के राजा थे, उसका एक नाम मिथिला भी था। मिथिला की राजकुमारी होने के कारण ही देवी सीता को इन नामों से भी जाना था।
वैदेहि नाम क्यों? (Vaidehi)
राजा जनक ने पूर्वजों में एक का राजा विदेह था, जिसके चलते धर्म ग्रंथों में कई स्थानों पर राजा जनक के लिए भी विदेह शब्द का उपयोग किया गया है। विदेह के कुल में जन्म लेने के कारण ही देवी सीता का एक नाम ये भी प्रसिद्ध है।
भूमिजा नाम क्यों? (bhumija)
राजा जनक को देवी सीता खेत में हल जोतते समय भूमि से प्राप्त हई थी, इसलिए इनका एक नाम भूमिजा भी धर्म ग्रंथों में बताया गया है। भूमिजा का अर्थ है भूमि से प्राप्त। सीता को भूमि की पुत्री भी कहा गया है, इसलिए भूमिजा नाम सर्वथा उपयुक्त है।
सिया नाम क्यों? (Siya)
सीता का ही अपभ्रंश है सिया। रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने कई स्थानों पर देवी सीता के लिए सिया शब्द का उपयोग किया है। सिया शब्द का अर्थ है चंद्रमा की रोशनी की तरह सुंदर और शीतल।
पार्थवी नाम क्यों? (Parthavi)
देवी सीता का एक नाम पार्थवी भी प्रसिद्ध है। पार्थवी का शाब्दिक अर्थ है पृथ्वी की पुत्री या पृथ्वी से उत्पन्न। देवी सीता के साथ-साथ देवी लक्ष्मी को भी इस नाम से जाना जाता है। कई ग्रंथों में देवी सीता का ये नाम है।
रामप्रिया नाम क्यों? (Rampriya)
देवी सीता के अनेक नामों में से एक नाम ये भी है। भगवान श्रीराम की पत्नी होने प्रिय होने के कारण ही देवी सीता को रामप्रिया कहा जाता है। हालांकि ये नाम इतना प्रचलित नहीं है।
उर्विजा नाम क्यों? (Urvija)
देवी सीता के प्रसिद्ध नामों में उर्विजा भी एक है। ये नाम कई ग्रंथों में देवी लक्ष्मी के लिए प्रयोग किया गया है। देवी लक्ष्मी का अवतार होने के कारण ही देवी सीता का एक नाम ये भी है।
ये नाम भी हैं प्रसिद्ध
ऊपर बताए गए नामों के अलावा भी देवी सीता के और भी कई नाम प्रसिद्ध हैं जैसे- जनकसुता, जनकजा, भूतनया, जनकनंदिनी, पृथ्वीसुता आदि। ये सभी नाम जनकी की पुत्री और पृथ्वी से उत्पन्न होने के कारण प्रसिद्ध हैं।
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