23 जुलाई, रविवार को पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद हस्त नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ, शिव और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 05:30 से 07:09 तक रहेगा।
उज्जैन. पंचांग बनाते समय करण का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है। ये तिथि का आधा भाग होता है। ज्योतिष शास्त्र में कुल 11 करण बताए गए हैं- बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। इस समय 8 से 12 घंटे तक हो सकता है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
23 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 23 July 2023)
23 जुलाई 2023, दिन रविवार को श्रावण अधिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि सुबह 11.45 तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि पूरे दिन रहेगी। रविवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शाम 07.47 तक रहेगा। इसके बाद हस्त नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। रविवार को पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद हस्त नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ, शिव और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 05:30 से 07:09 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
रविवार को शुक्र ग्रह सिंह राशि में वक्री हो जाएगा यानी टेढ़ी चाल चलने लगेगा, इस राशि में मंगल भी रहेगा। इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में, सूर्य और बुध कर्क राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, केतु तुला राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।
23 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- श्रावण अधिक मास
पक्ष- शुक्ल
दिन- रविवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- उत्तरा फाल्गुनी और हस्त
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 5:57 AM
सूर्यास्त - 7:09 PM
चन्द्रोदय - Jul 23 10:22 AM
चन्द्रास्त - Jul 23 10:45 PM
अभिजीत मुहूर्त - 12:06 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 11:44 AM – 01:31 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:21 AM – 05:09 AM
23 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 12:33 PM – 2:12 PM
कुलिक - 3:51 PM – 5:30 PM
दुर्मुहूर्त - 05:23 PM – 06:16 PM
वर्ज्यम् - 05:02 AM – 06:47 AM
ये भी पढ़ें-
ये हैं इस्लामिक देशों के 5 प्रसिद्ध शिव मंदिर, 1 तो हजारों साल पुराना
इन 4 चीजें जितनी भी मिलें, लेकिन हमेशा कम ही लगती हैं
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।