4 अगस्त, शुक्रवाकर को विभुवन संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। इस दिन शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 10:55 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
उज्जैन. 4 अगस्त, शुक्रवार को सावन के अधिस मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि रहेगी। इस दिन विभुवन संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। ये व्रत तीन साल में आता है, इसलिए इसका विशेष महत्व है। इस दिन भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ चंद्रमा की पूजा का भी विधान है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
4 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 4 August 2023)
4 अगस्त 2023, दिन शुक्रवार को श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दोपहर 12.45 तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि रात अंत तक रहेगी। इस दिन विभुवन संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को शतभिषा नक्षत्र सुबह 7:10 तक रहेगा, इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा शोभन और अतिगण्ड नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:55 से दोपहर 12:32 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शुक्रवार की रात चंद्रमा कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन शनि कुंभ राशि में, शुक्र (वक्री), बुध और मंगल सिंह राशि में, सूर्य कर्क राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।
4 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- श्रावण अधिक मास
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- शतभिषा और पूर्वा भाद्रपद
करण- विष्टि और बव
सूर्योदय - 6:02 AM
सूर्यास्त - 7:03 PM
चन्द्रोदय - Aug 04 9:23 PM
चन्द्रास्त - Aug 05 9:34 AM
अभिजीत मुहूर्त - 12:07 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 09:32 PM – 10:58 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:26 AM – 05:14 AM
4 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:48 PM – 5:25 PM
कुलिक - 7:39 AM – 9:17 AM
दुर्मुहूर्त - 08:38 AM – 09:30 AM और 12:59 PM – 01:51 PM
वर्ज्यम् - 01:36 PM – 03:05 PM
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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।