कंपनी में पिछले साल भी 3,000 नौकरियां गई थी। तब ये सभी नौकरियां अमेरिका में गई थी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फार्ले का लक्ष्य 3 बिलियन डॉलर का है। इस कटौती से वे पारंपरिक आईसीई मॉडल से फायदे को बढ़ाना चाहते हैं।
ऑटो डेस्क : Google समेत टेक सेक्टर में छंटनी के बीच अब ऑटो सेक्टर में भी नौकरियों में कटौती की खबर सामने आ रही है। दुनिया की प्रमुख मोटर वेहिकल्स कंपनी फोर्ड मोटर्स (Ford Motors) भी कई एम्प्लॉइज को बाहर का रास्ता दिखा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी यूरोप (Europe) में 3200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है। इस खबर के बाद से ही कंपनी के कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटकने लगी है।
फोर्ड में छंटनी का कारण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोप में फोर्ड मोटर्स से 3200 कर्मचारी निकाले जा सकते हैं। कंपनी की तरफ से बताया गया है कि वह अपने प्रोडक्ट डेवलपमेंट वर्क को अमेरिका शिफ्ट करने की प्लानिंग कर रही है। कंपनी की डेवलपमेंट वर्क में करीब 2500 और एडमिन डिपार्टमेंट में 700 कर्मचारी हैं। इन्हीं कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है।
यूरोप में फोर्ड मोटर्स का वर्कफोर्स
बता दें कि यूरोप में फोर्ड मोटर्स में इस वक्त करीब 45 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें से कोलोन में ही कंपनी का वर्कफोर्स 14 हजार है। बताया जा रहा है कि कंपनी भविष्य की तैयारियां कर रही है। मीडिया से मिल रही खबर के मुताबिक, कंपनी 7 नए इलेक्ट्रिक मॉडल की कार लाने की योजना बना रही है। इन कारों को लाने के लिए जर्मनी और तुर्की में मैन्युफेक्चरिंग साइट बनाने की योजना पर कंपनी काम कर रही है।
पिछले साल भी गई थी 3,000 जॉब
कंपनी में पिछले साल भी 3,000 नौकरियां गई थी। तब ये सभी नौकरियां अमेरिका में गई थी। इसके बाद अब यूरोप में कटौती की तैयारी चल रही है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फार्ले का लक्ष्य 3 बिलियन डॉलर का है। इस कटौती से वे पारंपरिक आईसीई मॉडल से फायदे को बढ़ाना चाहते हैं। जिससे 50 बिलियन डॉलर की फंडिंग में मदद मिल सके। इन फंड्स को वे इलेक्ट्रिक वेहिकल्स को डेवलप करने में लगाना चाहते हैं।
कंपनी की प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फोर्ड ने इस कटौती की आधिकारिक पुष्टि करने से इनकार किया है। कंपनी का कहना है कि अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। नेगेटिव रिटर्न के बीच कारों की अपनी लाइनअप के लिए बाजार में हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए कंपनी यूरोप में अपनी मौजूदगी में सुधार कर रही है।
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