इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल में पेट्रोल या किसी भी तरह के तरल ईंधन का इस्तेमाल नहीं होता है। इसका मतलब है कि किसी भी रिसाव की कोई संभावना नहीं है। इन ई-वाहनों का उपयोग किसी भी तरह के मौसम में और किसी भी प्रकार के इलाके में किया जा सकता है।
ऑटो एंड बिजनेस डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका से दुनियाभर में खौफ का माहौल है। एक्सपर्ट की मानें तो ये तृतीय विश्व युद्ध की आहट है। यूक्रेन के समर्थन में अमेरिका, ब्रिटेन और नॉटो देश रूस को चेतावनी दे चुके हैं। वहीं पुतिन की सेना किसी की परवाह किए बिना लगातार यूक्रेन की सीमाओं पर बढ़ी चली जा रही है। जब युद्ध सिर पर मंडरा रहा हो तो उसी तैयारियों पर भी चर्छा होती है। इस समय इलेक्ट्रिक वाहनों की पैठ सेना में बढ़ती जा रही है।
कई देशों की सेनाएं कर रहीं टेस्टिंग
कई देशों की सेना और सशस्त्र बल भी इन वाहनों को अपने अपना रहे हैं। न केवल इलेक्ट्रिक कार या पिकअप ट्रक, बल्कि इलेक्ट्रिक बाइक भी दुनिया भर में सरकारी सशस्त्र बलों के बीच बढ़ती संख्या में शुमार हैं। दुनिया की ज्यादतर सेनाएं इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों का परीक्षण कर रही हैं। जबकि इन इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों में अभी भी रेंज और स्पीड एक मुख्य मुद्दा है। वहीं सेना के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण यूएसपी हैं साइलेंट ड्राइव और इसकी मजबूती की क्षमता, स्टील्थ मिशन के दौरान किसी भी सेना के लिए यहा दो मुख्य मुद्दे होते हैं, जिसपर सबसे ज्यादा फोकस किया जाता है।
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दुश्मन के इलाके में बहुत शांति से प्रवेश कर जाएगी
दुनिया भर में सशस्त्र बल अपनी जरुरतों के लिए इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों का तेजी से टेस्टिंग कर रहे हैं, इसका एक मुख्य कारण इन वाहनों द्वारा पेश की जाने वाली तुलनात्मक साइलेंट ड्राइव है। इन मोटरसाइकिलों में लगभग कोई आवाज़ नहीं होती है। मोबाइल टोही के लिए सौंपे गए सशस्त्र बल कर्मियों के लिए, यह बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
टंकी फटने का नहीं होता डर
इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल में पेट्रोल या किसी भी तरह के तरल ईंधन का इस्तेमाल नहीं होता है। इसका मतलब है कि किसी भी रिसाव की कोई संभावना नहीं है। इन ई-वाहनों का उपयोग किसी भी तरह के मौसम में और किसी भी प्रकार के इलाके में किया जा सकता है। पावरट्रेन में पानी के रिसने और बाइक के निष्क्रिय होने की कोई संभावना नहीं है। इसके अलावा, यदि आवश्यक हो, तो इन इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों को मौके पर बैटरी के साथ निष्क्रिय किया जा सकता है। इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है और तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है।
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हल्के और आसानी से चलने योग्य
इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलें अपने ICE समकक्षों (ICE counterparts) की तुलना में अधिक हल्की होती हैं। यह इन इलेक्ट्रिक बाइक्स को आसानी से चलने योग्य और परिवहन के लिए भी आसान बनाता है। इन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है और इस्तेमाल किया जा सकता है, इसका इस्तेमाल चिकनी सड़क, उबड़-खाबड़ इलाकों में किया जा सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई सेना तेजी से अपनाने की कोशिश में जुटी
वहीं इस सूची में नवीनतम ऑस्ट्रेलियाई सेना (Australian Army) है जो सुर रॉन जुगनू इलेक्ट्रिक बाइक (Sur Ron Firefly electric bike) की टेस्टिंग कर रही है, ये सड़कों पर और उबड़-खाबड़ रास्तों पर आसानी से चलने में सक्षम है। वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों में कई कारण है जिसकी वजह से ये आर्मी की पसंदीदा बन रही है।
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पानी में दौड़ सकती हैं ये मोटर साइकिल
ऑस्ट्रेलियाई सेना ने इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल का swimming test किया है। पूरी तरह से एकीकृत प्रौद्योगिकी (integrated technology) और कम भार वाली सामग्री से बनी हुई है। ये इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलें उथले पानी में आसानी से चलाई जा सकती हैं।
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