चिराग पासवान ने फोटो में बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का स्लोगन और पार्टी के शीर्ष नेताओं की तस्वीर लगाई है। कहते हैं राजनीति में तस्वीरों का बहुत महत्व होता है। ऐसे में ये तस्वीर ये बयां करने को काफी है कि चिराग अब अपनी पार्टी के साथ हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं।
पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections)की आहट के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। सोशल मीडिया (social media) का प्लेटफार्म भी चुनाव के रंग में सराबोर दिख रहा है। देखा जाए तो बिहार की सियासत को इस समय सबसे ज्यादा किसी ने गर्म कर रखा है तो वो हैं एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan), जो कभी ट्वीट के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और उनकी सरकार पर हमला बोल रहे हैं तो कभी कार्यकर्ताओं के नाम खुला खत लिख रहे हैं। अब तो उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट का कवर फोटो ही बदल दिया है। बता दें कि ऐसा केवल चिराग ने ही नहीं किया है बल्कि, उनके पार्टी के ऑफिसियल एकाउंट और पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी अपने ट्विटर एकाउंट का कवर चेंज किया है। ऐसे में में माना जा रहा है कि वह संकेत दे रहे हैं चुनाव में 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं।
इसलिए चेंज किए कवर फोटो
चिराग पासवान ने फोटो में बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का स्लोगन और पार्टी के शीर्ष नेताओं की तस्वीर लगाई है। कहते हैं राजनीति में तस्वीरों का बहुत महत्व होता है। ऐसे में ये तस्वीर ये बयां करने को काफी है कि चिराग अब अपनी पार्टी के साथ हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं।
143 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी
दो दिन पहले चिराग पासवान ने अपने कार्यकर्ताओं को लिखे भावुक पत्र में भी उन्होंने सभी प्रत्याशियों को क्षेत्र में रहने की अपील की थी। इधर, चिराग पासवान के ये नित नये निर्णय विरोधियों से ज्यादा सहयोगियों को परेशान करने लगे हैं। अब तो बिहार की सियासत में सभी की नजरें चिराग पासवान पर हैं। माना जा रहा है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में 143 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकते हैं।
..तो नेता जी इसलिए अपना रहे ये हथकंडा
दरभंगा के गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों एक ऐसी पाठशाला देखने को मिल रही है। जहां नेताजी शिक्षा के बहाने महादलित बच्चों के बीच बीजेपी का चुनाव चिन्ह बना कॉपी, कलम बंटवा कर अपनी पहचान बढ़ा रहे हैं। दरअसल, दिल्ली से पूर्वांचल मोर्चा की राजनीति करने वाले राजीव ठाकुर अब बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। यह सीट बीजेपी की हो जाए तो टिकट की आस में बैठे नेता जी अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए हर हथकंडे अपना रहे है। बता दें कि वर्ष 2015 में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन ने मिलकर एनडीए के घटक दल एलजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें जेडीयू के अभी बिहार सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने चुनाव जीता था।