राहुल गांधी ने मधेपुरा में आयोजित चुनावी सभा में पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को बदल देने का वादा किया था। लेकिन आज युवा रोजगार मांगते हैं तो उन्हें पीटा जाता है। भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झूठ बोलें, लेकिन सच्चाई तो दिख ही जाती है।
पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैलियां कर रहे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बड़ा बयान दिया है। अररिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ईवीएम को लेकर फिर से सवाल खड़ा किया है। साथ ही कहा कि ईवीएम ईवीएम नहीं है, बल्कि एमवीएम- मोदी वोटिंग मशीन है। लेकिन, बिहार में इस बार युवा गुस्से में है। तो ईवीएम हो या एमवीएम, 'गठबंधन' जीतेगी।
जब तक मोदी को हरा ना दूं, पीछे नहीं हटने वाला
राहुल गांधी ने इसके पहले मधेपुरा में आयोजित चुनावी सभा में कहा था कि जब तक पीएम मोदी को हरा ना दूं, पीछे नहीं हटने वाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 22 दिनों में कोरोना को भगाने की बात कही। बिना नोटिस लॉकडाउन लागू कर दिया, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई।
पीएम और सीएम पर झूठ बोलने का आरोप
राहुल गांधी ने मधेपुरा में आयोजित चुनावी सभा में पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को बदल देने का वादा किया था। लेकिन आज युवा रोजगार मांगते हैं तो उन्हें पीटा जाता है। भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झूठ बोलें, लेकिन सच्चाई तो दिख ही जाती है।
वीडियो ट्टीट कर बोला है पीएम पर हमला
राहुल गांधी ने करीब चार मिनट 21 सेकंड का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मज़दूरों के देश के अलग-अलग राज्यों से यूपी-बिहार लौटने से जुड़ी खबरें हैं। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, "जब लाखों मज़दूर बहन-भाई देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार-यूपी की ओर भूखे, प्यासे पैदल चलने पर मजबूर हो गए, तब मोदी-नीतीश सरकारी ने ये शर्मनाक बर्बरता की। कांग्रेस पार्टी सरकार में नहीं है, फिर भी हमने इस अत्याचार के ख़िलाफ़ मज़दूर भाइयों की मदद की, यही सच है"।