पहले चरण में इस सीट पर होगा दिलचस्प मुकाबला, बीजेपी ने दिया देवरानी को टिकट तो नाराज होकर जेठानी लड़ रही चुनाव

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण की चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। 71 विधानसभा सीटों पर होने वाले पहले चरण के विधानसभा चुनाव में औसतन 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। पहले चरण के 26 उम्मीदवारों द्वारा नामांकन वापसी के बाद चुनाव मैदान में कुल 1065 प्रत्याशी रह गए हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 13, 2020 7:16 AM IST / Updated: Oct 15 2020, 01:05 PM IST

पटना (Bihar ) । बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हो रहा है। पहले चरण में 71 सीटों के लिए 28 अक्टूबर को वोटिंग होगी। 26 उम्मीदवारों के नामांकन वापसी के बाद चुनाव मैदान में कुल 1065 प्रत्याशी रह गए हैं। बता दें कि इस चरण में कुल 1354 उम्मीदवारों ने नामांकन किए थे। वहीं, पहले चरण में 23 चुनाव क्षेत्रों में 15 से अधिक उम्मीदवार होने के कारण दो बैलेट यूनिट का प्रयोग किया जाएगा। बता दें इस चरण में शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे दिलचस्प मुकाबला होगा, क्योंकि जेठानी और देवरानी मैदान में हैं। दरअसल भाजपा प्रत्याशी के रूप में देवरानी मुन्नी देवी हैं तो उनकी जेठानी शोभा देवी निर्दलीय चुनाव में उतरी हैं। चुनावी मैदान में दोनों के सामने-सामने होने से लोग रोचक तरीके से इसे देख रहे हैं।  

इस कारण हो रहा ऐसा
शाहपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के दिवंगत नेता रहे विशेश्वर ओझा का परिवार इस बार चुनावी मैदान में आमने-सामने है, क्योंकि बीजेपी ने इस सीट से विशेश्वर ओझा के छोटे भाई भुअर ओझा की पत्नी मुन्नी देवी को चुनाव मैदान में उतारा है। खुद को टिकट न मिलने से नाराज होकर विशेश्वर ओझा की पत्नी शोभा देवी ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि शोभा देवी जहां पहले  इस सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं वहीं मुन्नी देवी इसी सीट से विधानसभा चुनाव जीत भी चुकी हैं।

इस सीट पर हैं सबसे ज्यादा और सबसे कम प्रत्याशी
1091 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए। इस बार सबसे अधिक 27 उम्मीदवार गया टाउन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं, जबकि सबसे कम पांच प्रत्याशी कटोरिया (सु) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। 

23 विस क्षेत्र में लगाने पड़ेंगे 2 दो बैलेट यूनिट
पहले चरण में 23 चुनाव क्षेत्रों में 15 से अधिक उम्मीदवार होने के कारण दो बैलेट यूनिट का प्रयोग किया जाएगा। ऐसे में बांका में 19, तारापुर में 25, जमालपुर में 19,  सुर्यगढ़ा में 19, लखीसराय में 18, बाढ़ में 18, पालीगंज में 25, जगदीशपुर में 18, शाहपुर में 23, डुमरांव में 18, चैनपुर में 19, सासाराम में 20, करहगर में 20, दीनारा  में 19, अरवल में 23, कुर्था में 19, गोह में 17, गुरुआ में 23, बोधगया (सु) में 17, गया टाउन में 27, टेकारी में 23, वजीरगंज में 22, रजौली (सु) में 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

जाने कहां-कितने प्रत्याशी
नाम वापसी के बाद कहलगांव में 14, सुलतानगंज में 13, अमरपुर में 12, धोरैया (सु)में 11, बांका में 19, कटोरिया (सु) में 5, बेलहर में 15, तारापुर में 25, मुंगेर में  15, जमालपुर में 19, सुर्यगढ़ा में 19, लखीसराय में 18, शेखपुरा में 11, बरबीघा में 10, मोकामा में 8, बाढ़ में 18, मसौढी (सु) में 13, पालीगंज में 25, विक्रम में 15, संदेश में 11, बड़हरा में 10, आरा में 15, अगिआंव (सु) में 10, तरारी में 11, जगदीशपुर में  18, शाहपुर में 23 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसी तरह ब्रहमपुर में 14, बक्सर में 14, डुमरांव में 18, राजपुर (सु) में 14, रामगढ़ में 12, मोहनियां (सु) में 13, भभुआ में 14, चैनपुर में 19, चेनारी (सु) में 15, सासाराम में 20, करहगर में 20, दीनारा  में 19, नोखा में 15, डेहरी में 14, काराकाट में 13, अरवल में 23, कुर्था में 19, जहानाबाद में 15, घोसी में 11, मखदुमपुर (सु) में 9, गोह में 17, ओबरा में 10, नवीनगर में 13, कुटुंबा (सु) में 14, औरंगाबाद में 9, रफीगंज में 15, गुरुआ में 23, शेरघाटी में 11 इमामगंज (सु) में 10, बाराचट्टी (सु) में 13, बोधगया (सु) में 17, गया टाउन में 27, टेकारी में 23, बेलागंज में 14, अतरी में 11, वजीरगंज में 22, रजौली (सु) में 22, हिसुआ में 8, नवादा में 15, गोविंदपुर में 15, वारसलीगंज में 10, सिकंदरा (सु) में 15, जमुई में 14, झाझा में 10, चकाई में 13 समेत कुल 1065 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
 

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