समस्तीपुरः रेलकर्मी की लापरवाही से गई पांच की जान, बैलगाड़ी फंसे होने पर भी दिया ग्रीन सिग्नल

हसनपुर-समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड पर हसनपुर रेलवे स्टेशन के निकट सकरपुरा गुमटी के  पास हुए रेल हादसे में पांच रेल यात्रियों की मौत हो गई। जबकि दो अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल है। स्थानीय लोग हादसे के लिए रेलकर्मी को जिम्मेदार बता रहे है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 16, 2020 1:35 PM IST

समस्तीपुर। गुरुवार शाम समस्तीपुर में हुए रेल हादसे में पांच यात्रियों की दर्दनांक मौत हो गई। जबकि दो अन्य बुरी तरह से जख्मी हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना हसनपुर-समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड पर हसनपुर रेलवे स्टेशन के निकट सकरपुरा गुमटी की है। जहां सवारी गाड़ी के गेट पर खड़े होकर यात्रा कर रहे पांच यात्री ट्रेन से गिर गए। जिसके बाद ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। जबकि दो अन्य यात्री बुरी तरह से जख्मी हो गए। इस हादसे के बाद दूर तक यात्रियों के शव बिखड़े पड़े हैं। हादसे में जान गंवाने वाले पांचों रेल यात्रियों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।

ब्रेकर में फंस गई थी बैलगाड़ी

मिली जानकारी के अनुसार सकरपुरा गांव का एक किसान अपनी बैलगाड़ी पर गन्ना लादकर जा रहा था। रेलवे गुमटी खुला देख किसान बैलगाड़ी लेकर ट्रैक को पार करने लगा। लेकिन इसी बीच ब्रेकर में बैलगाड़ी फंस गई। यह सब वहां मौजूद रेलवे गार्ड और स्थानीय लोगों के सामने हुआ। इस बीच सवारी गाड़ी के आने की सूचना हो गई। तेज रफ्तार सवारी गाड़ी के पास आता देख बैलगाड़ी के चालक ने गाड़ी को आगे-पीछे करने की काफी कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो सका। जिसके बाद उसने बैल को गाड़ी से खोल दिया और खुद भी उतर कर साइड हो गया। लेकिन बैलगाड़ी का मोहरा ( जिसमें बैल को गाड़ी से बांधा जाता है) वो ट्रैक के पास ही रह गया।

समय रहते रेल कर्मी ने नहीं दी सूचना

तेज रफ्तार सवारी गाड़ी अपनी गति से गुजरी और सवारी गाड़ी के गेट पर खड़े यात्री मोहरा से टकरा कर गिरते गए। बैलगाड़ी का मोहरा सवारी गाड़ी के सभी बोगियों की गेट पर खड़े यात्रियों से सटता गया। इससे सात यात्री ट्रेन से गिर पड़े। जिसमें से पांच की मौत घटनास्थल पर ही ट्रेन की चपेट में आने से हो गई जबकि दो जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों ने इस हादसे के लिए रेलकर्मी को जिम्मेदार ठहराया है। घटना के बारे में स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि गेट मैन ने समय रहते ट्रैक के पास बैलगाड़ी फंसे होने की सूचना दे दी होती तो यात्रियों की जान नहीं जाती। हादसे के बाद घटनास्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए है। रेल पुलिस से साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची है।

Share this article
click me!