केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने, कर्ज लेने की लिमिट चार फीसदी होने और आंतरिक स्रोतों से मिले आय के आधार पर इस बार बजट आकार 2.40 लाख करोड़ होने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस बार के बजट में करीब 10 फीसदी तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी 22 से 24 हजार करोड़ की वृद्धि हो सकती है।
पटना : बिहार में आज नीतीश सरकार का बजट (Bihar Budget 2022) पेश होगा। डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) आने वाले वर्ष के लिए सरकार की योजनाओं को विधानसभा के पटल पर रखेंगे। उम्मीद लगाई जा रही है कि कोरोना की तीन लहरों का सामना कर चुके बिहार के लोगों के लिए यह बजट बेहद खास होने जा रहा है। पिछली बार की तुलना में इस बार बजट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। उम्मीद है कि इस बार सरकार जनता को राहत तो देगी ही, साथ ही विकास को भी रफ्तार मिल सकेगी। सरकार की चिंता राजकोषीय घाटे को दूर करने पर भी होगी।
कितने करोड़ का होगा बजट
केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने, कर्ज लेने की लिमिट चार फीसदी होने और आंतरिक स्रोतों से मिले आय के आधार पर इस बार बजट आकार 2.40 लाख करोड़ होने का अनुमान है। आगामी वित्तीय वर्ष के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से पिछले साल के मुकाबले 1100 करोड़ रुपए से अधिक मिलने की उम्मीद है। इसी तरह, अन्य मदों में भी बिहार को केंद्रीय बजट से काफी आशाएं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस बार के बजट में करीब 10 फीसदी तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी 22 से 24 हजार करोड़ की वृद्धि हो सकती है।
पिछले पांच साल में बजट का आकार
वित्तीय वर्ष बजट आकार (लाख करोड़ में)
2017-18 1,60,085
2018-19 1,76,990
2019-20 2,00,501
2020-21 2,11,761
2021-22 2,18,302
बजट में विकास पर होगा जोर
जानकारी के मुताबिक सरकार के बजट में आधारभूत संरचना के विकास और रोजगार सृजन तो है ही, साथ ही कोविड के कारण सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने पर भी फोकस किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना काल में वापस लौटे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में पहल किए जाने की संभावना है। इस साल पेश आर्थिक सर्वेक्षण में वित्तीय वर्ष 2020-21 के आंकड़ों के आधार पर राज्य के आर्थिक स्थिति का विशलेष्ण किया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण में कोरोना काल में भी राज्य में आर्थिक गतिविधियों के जारी रहने और राज्य सरकार के प्रयासों से अर्थव्यवस्था की मजबूत स्थिति बने रहने को लेकर जानकारी दी गई है।
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इन क्षेत्रों पर भी सरकार का फोकस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार सरकार का फोकस स्वास्थ्य व्यवस्था के ढांचे को मजबूत करने पर है। नए अस्पतालों का निर्माण, मरीजों के जांच और इलाज की सुविधाओं में बढ़ोतरी सरकार बजट में बजट में दिखाई दे सकता है। इसके साथ ही आधी आबादी का विकास को सरकार ने केंद्र में रखा है। छात्राओं के लिए स्कूली शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में सहूलियत, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में कवायद, महिला सशक्तिकरण पर जोर भी सरकार के बजट में दिखाई दे सकता है।
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बजट में डिजिटल बिहार की झलक
आज पेश होने वाले बजट में डिजिटल बिहार की झलक देखने को मिल सकता है। डिजिटल बिहार कार्यक्रम के तहत 6वीं कक्षा और उससे ऊपर की कक्षाओं के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा और ट्रेनिंग पर जोर दिया जाएगा। बिहार बजट पर केंद्र सरकार की गति शक्ति योजना का भी प्रभाव भी दिखाई देगा। इसके आधार पर नई परियोजनाएं लेने की तैयारी है। इनमें आधारभूत संरचना के विकास से जुड़े विषयों सड़क, बिजली, संचार क्षेत्रों में विकास की गति को तेज करने का प्रावधान शामिल है।
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