सार

28 फरवरी को नीतीश सरकार अपना 18वां बजट पेश करने जा रही है। अब तक 17 बजट पेश किए गए हैं और इसमें हर साल बढ़ोतरी दिखी है। नीतीश सरकार का विजन बजट में साफ तौर पर दिखाई देता है। नीतीश सरकार ने पिछली सरकार में सात निश्चय कार्यक्रम की घोषणा की थी। 

पटना : बिहार में 28 फरवरी को बजट (Bihar Budget 2022) पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) लगातार दूसरी बार बजट पेश करेंगे। नीतीश सरकार के इस बजट से राज्य में हर वर्ग को काफी उम्मीद हैं। हर वर्ग को साधने का दबाव भी नीतीश सरकार पर है। बताया जा रहा है पिछली बार की तुलना में इस बार बजट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। यानी बजट में 22 से 24 हजार करोड़ की वृद्धि हो सकती है। लेकिन एक फैक्ट ये भी रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 17 साल के राज में बजट का आकार 18 गुना बढ़ा है। आइए जानते हैं कैसे बिहार में साल दर साल बजट में बढ़ोतरी हुई है।     

लालू-राबड़ी के मुकाबले कितना बेहतर
बिहार बीमारू राज्यों में शामिल रहा है। भले ही यहां डेवलपमेंट का काम तेजी से हुआ हो लेकिन आज भी स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं। लेकिन जबसे नीतीश कुमार ने सत्ता संभाला है तब से यहां के बजट का आकार लगातार बढ़ता गया और यही कारण है कि राज्य की आर्थिक स्थिति भी ठीक होती गई है। सूबे में 15 साल राजद यानी लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनकी पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने सत्ता संभाली बजट के आकार में कोई खास बढ़ोतरी नहीं देखी गई लेकिन जब से नीतीश कुमार के हाथ सत्ता की चाबी लगी तब से राज्य का बजट तेजी से बढ़ता गया।

आरजेडी V/s एनडीए 
राज्य में आखिरी बार RJD सरकार ने 2004-05 में बजट पेश  किया था जो 23,885 करोड़ का था। उसके बाद 17 साल से नीतीश कुमार सत्ता की बागडोर संभाल रहे हैं और अगर उनके आखिरी बजट यानी 2021-22 के बजट की बात करें तो यह 2,18,302 करोड़ यानी 2.18 लाख करोड़ रुपए का था। जो राजद की तुलना में करीब 18 गुना ज्यादा है। राजद के समय 1990-91 से 2005-06 यानी 15 साल में योजना का आकार 35,264 करोड़ था, जबकि वित्तीय वर्ष 2006-07 से 2019-20 के बीच के NDA सरकार के 15 साल में योजना आकार पांच लाख 51 हजार 29 करोड़ रुपए का रहा। 

नीतीश सरकार का यह 18वां बजट
28 फरवरी को नीतीश सरकार अपना 18वां बजट पेश करने जा रही है। अब तक 17 बजट पेश किए गए हैं और इसमें हर साल बढ़ोतरी दिखी है। नीतीश सरकार का विजन बजट में साफ तौर पर दिखाई देता है। नीतीश सरकार ने पिछली सरकार में सात निश्चय कार्यक्रम की घोषणा की थी। इनमें आर्थिक समस्या का हल निकालने, युवाओं को सबल बनाने, रोजगार में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने, हर घर बिजली, हर घर नल का जल पहुंचाने, घर तक सड़क, पक्की गली-नालियां, शौचालय निर्माण-घर का सम्मान और अवसर बढे़, आगे पढ़ें को लागू किया गया था। 2021-22 के बजट में भी इस योजना को जारी रखने का संकल्प दोहराया गया था। इसके साथ सरकार ने सात निश्चय- 2 कार्यक्रम के तहत सात लक्ष्य निर्धारित किए थे। जिसमें युवा शक्ति-बिहार की प्रगति, सशक्त महिला-सक्षम महिला, हर खेत तक सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, ईजी कनेक्टिविटी और सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा शामिल था।

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