Bihar के राजेंद्र टर्मिनल पर छात्रों का बवाल, समझाने का भी असर नहीं, पुलिस लाइन से मंगानी पड़ी फोर्स,जानें कारण

छात्रों के प्रदर्शन से करीब 9 घंटे तक ट्रेन परिचालन ठप रहा। काफी समझाने के बाद भी ट्रैक खाली करने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए। पुलिस पर पथराव करने लगे। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 25, 2022 3:09 AM IST / Updated: Jan 25 2022, 08:47 AM IST

पटना : बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर सोमवार को बड़ी संख्या में पहुंचे छात्रों ने जमकर बवाल काटा। छात्रों के प्रदर्शन के कारण कई ट्रेन लेट हुईं तो कई का रुट बदलना पड़ा, वहीं कुछ को रद्द भी करना पड़ा। रेलवे की NTPC परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए 10 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा मचाया। इससे करीब 9 घंटे तक ट्रेन परिचालन ठप रहा। काफी समझाने के बाद भी ट्रैक खाली करने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने रात 8 बजे के बाद लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए। पुलिस पर पथराव करने लगे। प्रदर्शनकारियों के पथराव से कुछ पुलिसकर्मी, तो लाठीचार्ज से चार-पांच अभ्यर्थी भी घायल हुए। इसके बाद ट्रैक खाली करा लिया गया।

क्या है पूरा मामला
रेलवे की NTPC (नॉन टेक्निकल पापुलर कैटेगरी) परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाते हुए हजारों की संख्या में परीक्षार्थी दोपहर करीब तीन बजे पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंच गए और अप व डाउन ट्रैक को जाम कर दिया। छात्रों ने पहले प्लेटफॉर्म नंबर तीन के ट्रैक पर उतर कर एक मालगाड़ी को रोक दिया। यह सूचना रेलवे कंट्रोल को मिली, तब इस रूट से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को जहां-तहां रोक दिया गया। इसी बीच करीब पांच बजे एक नंबर प्लेटफॉर्म पर राजेंद्रनगर-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस आकर लगी। तब छात्र और उग्र हो गए। तेजस के आगे भी प्रदर्शन करने लगे। छात्रों के उग्र तेवर देख तेजस को बैक कर वापस यार्ड में लगा दिया गया। राजधानी और संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस समेत पांच ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया और तीन ट्रेनों का रूट बदला गया।  शाम तक अफरातफरी की स्थिति रही। स्थिति को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और SSP राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब छात्र किसी की बात सुनने को राजी नहीं हुए और हंगामा करते रहे तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

क्या है आरोप
छात्रों ने आरोप लगाया है कि रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में जो बदलाव किया गया है, वह सही नहीं है। छात्रों ने बताया कि फरवरी 2019 में उन्होंने फॉर्म भरा था। रेलवे की तरफ से सितंबर 2019 में परीक्षा लेने की बात भी कही गई थी, लेकिन तय समय पर परीक्षा नहीं हुई। तब डिपार्टमेंट ने दिसंबर 2021 में आश्वस्त किया था कि सीबीटी की परीक्षा 23 फरवरी 2022 से शुरू होगी। अब अचानक रेलवे ने सोमवार को नोटिस जारी कर कहा है कि ग्रुप डी की परीक्षा एक नहीं, बल्कि दो एग्जाम के तहत ली जाएंगी। छात्रों ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हित में नहीं है। उनका कहना है कि छात्र एक परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब इस फैसले से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ेगी। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि एग्जाम में पहले से ही देरी हो गई है और अब ऐसे में दो परीक्षा आयोजित होने से दो-तीन साल और लग जाएंगे।

500 पर केस दर्ज 
इस मामले में 500 अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज किया गया है। चार प्रदर्शनकारी गिरफ्तार भी किए गए हैं। घटना का वीडियो फुटेज पुलिस को मिला है। स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को भी निकाला जा रहा है। इस वीडियो फुटेज से तोड़फोड़ और पथराव कर रहे अभ्यर्थियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

रात में आवागमन बहाल
वहीं विरोध प्रदर्शन के बाद रात 10 बजे के बाद से ट्रेन का आवागमन शुरू हो गया है। दानापुर मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 22.05 बजे से राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन पर रेल परिचालन सामान्य हो गया है। सबसे पहले हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस (12303) को 22.24 बजे गुलजारबाग से राजेंद्रनगर टर्मिनल के लिए रवाना किया गया और 22.22 बजे पटना-मोकामा स्पेशल ट्रेन (03280) पटना से राजेंद्रनगर टर्मिनल के लिए चलाई गई।

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