सार

बिहार के अररिया में रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष को करारा तमाचा लगाया है। कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका दिया है कि उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए हैं।

 

अररिया। VVPAT (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) के साथ EVM का इस्तेमाल कर सभी वोटों का सत्यापन कराने की मांग वाली याचिकाओं को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के अररिया में रैली के दौरान कोर्ट के इस फैसले का जिक्र किया। उन्होंने इसे "विपक्ष के लिए करारा तमाचा" बताया।

नरेंद्र मोदी ने कहा, “राजद, कांग्रेस के इंडी गठबंधन को ना देश के संविधान की परवाह है ना ही लोकतंत्र की। ये वो लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने लोगों का, गरीबों का अधिकार छीना। पोलिंग बूथ लूट लिए जाते थे। बैलेट पेपर लूट लिए जाते थे। बिहार के लोग साक्षी हैं कैसे राजद, कांग्रेस के शासन में चुनावों में मतदान पत्र लूटे जाते थे। इतना ही नहीं गरीबों को तो वोट डालने के लिए घर से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था। दलितों- पिछड़ों को डंडे के जोड़ पर घर के बाहर निकलना मना कर दिया जाता था। जब गरीबों को देश के ईमानदार मतदाता को ईवीएम की ताकत मिली है तो ये जो चुनाव के दिन लूट चलाते थे। वोट हड़प करने के खेल खेलते थे, इन लोगों से बर्दाश्त नहीं हो रहा था।”

उन्होंने कहा, “अभी भी वो परेशान हैं। इसलिए उनका दिनरात यही काम रहता है कैसे भी करके ईवीएम हटना चाहिए। बटन दबाने वाला खेल खत्म होना चाहिए। इंडी गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है, लेकिन आज देश के लोकतंत्र की ताकत देखिए। संविधान की ताकत देखिए। सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका दिया है कि उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए हैं। आज सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा।”

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सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा तमाचा मारा कि अब ये मुंह ऊंची कर देख नहीं पाएंगे

पीएम मोदी ने कहा, "आज जब दुनिया भारत के लोकतंत्र की, भारत के चुनाव प्रक्रिया की, भारत के चुनावों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की, तारीफ करती है। तब ये लोग अपने स्वार्थ के लिए ईवीएम को बदनाम करने पर लगे हुए हैं। इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है। आज इन्हीं लोगों को देश की सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा करारा तमाचा मारा है, ऐसा करारा तमाचा मारा है, ये अब मुंह ऊंची कर देख नहीं पाएंगे। आज का दिन लोकतंत्र के लिए शुभ दिन है। आज का दिन लोकतंत्र के लिए विजय का दिन है। इंडी गठबंधन के हर नेता को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।"

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